हाईटेंशन तारों से किसानों को खेती करना हुआ जोखिम भरा
हाईटेशन तार नीचे होने की वजह से कुछ किसानों के लिए खेती करना जोखिम भरा हो रहा है। खेत पर मंडराते खतरे से निजात पाने के लिए किसान कई बार ऊर्जा निगम के अधिकारियों से गुहार लगा चुके है। समस्या का हल ना...
खेतों के ऊपर से जा रही है हाईटेंशन की लाइन
समस्या का हल नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
नारसन। हमारे संवाददाता
हाईटेंशन तार नीचे होने की वजह से कुछ किसानों के लिए खेती करना जोखिम भरा हो रहा है। खेत पर मंडराते खतरे से निजात पाने के लिए किसान कई बार ऊर्जा निगम के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। समस्या का हल ना निकलने पर किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
नारसन रोड पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने पड़ने वाले खेतों के किसान खेती-बाड़ी का काम खतरे के साए में रहकर रहे हैं। किसान बृजेश, विजेंद्र कुमार आदि ने बताया कि हाईटेंशन लाइन उनके खेतों के ऊपर से जा रही है। नियमानुसार बिजली के तारों के खंबे 50 मीटर की दूरी पर होने चाहिए लेकिन निगम ने यहां खंभों को करीब 200 मीटर पर लगाया हुआ है। खंभों की दूरी ज्यादा होने से तार नीचे हो गए हैं। जिससे पल-पल खतरा बना हुआ है। शनिवार को यहां ट्रैक्टर से काम कर रहे किसान वीरेंद्र कुमार इन तारों से होने वाले हादसे से बाल-बाल बचा। किसानों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार ऊर्जा निगम के अधिकारियों को सूचना दे चुके हैं। लेकिन समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। अब उन्होंने समस्या का जल्द हल ना होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।