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गन्ना सर्वे में गड़बड़ी पर आठ सुपरवाइजर नपे

पिछले साल गन्ने के सर्वे में लापरवाही की गाज लक्सर में सहकारी गन्ना विकास परिषद के आठ सुपरवाइजरों पर गिर गई है। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद संयुक्त आयुक्त ने आठों की चरित्र पंजिका में...

गन्ना सर्वे में गड़बड़ी पर आठ सुपरवाइजर नपे
हिन्दुस्तान टीम,रुडकीSun, 24 May 2020 03:17 PM
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पिछले साल गन्ने के सर्वे में लापरवाही की गाज लक्सर में सहकारी गन्ना विकास परिषद के आठ सुपरवाइजरों पर गिर गई है। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद संयुक्त आयुक्त ने आठों की चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इनमें छह फिलहाल भी लक्सर में ही तैनात हैं।

गन्ना विभाग हर साल अप्रैल, मई में सुपरवाइजरों से किसानों के गन्ने के रकबे और प्रजाति का सर्वे कराता है। मिल में आपूर्ति करने के लिए किसानों के गन्ने का बेसिक कोटा इसी सर्वे के आधार पर तय किया जाता है। सर्वे में किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए विभागीय अधिकारियों की टीम आकस्मिक निरीक्षण भी करती हैं। पिछले साल अधिकारियों की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण में कुछ सुपरवाइजर सर्वे का गश्ती रजिस्टर नहीं दिखा पाए थे। निरीक्षण की रिपोर्ट पर विभाग ने ऊधमसिंह नगर के सहायक गन्ना आयुक्त धर्मवीर सिंह से मामले की जांच कराई थी। जांच में पाया गया कि कुछ सुपरवाजरों ने किसानों के खेत का निरीक्षण और पैमाइश किए बिना ही उनके कहने पर सर्वे का रकबा व प्रजाति दर्ज कर दी थी। जबकि किसानों के पास उतनी जमीन ही नहीं थी। जांच में उस समय लक्सर में तैनात सुपरवाइजर रईस अहमद, जयकुमार, संजीव कुमार, संदीप कुमार, अरविंद कुमार, अश्विनी कुमार, मनोज कुमार और योगेंद्र कुमार को दोषी करार दिया गया है। जांच अधिकारी की रिपोर्ट मिलने के बाद सहायक गन्ना आयुक्त चंद्र सिंह इमलाल ने आठ सुपरवाइजरों की चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए हैं। लक्सर सहकारी गन्ना विकास परिषद के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इनमें से अरविंद कुमार वर्तमान में रुड़की में तैनात हैं, जबकि अश्विनी कुमार एक दूसरे मामले में निलंबित चल रहे हैं।

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