सीएचसी में प्रसव के मरीजों में तीन गुना इजाफा
सीएचसी के अधिकारियों के मुताबिक संख्या में अचानक तीन गुना तक इजाफा हो गया है। लिहाजा अस्पताल प्रबंधन एक मरीज संग एक तीमारदार को प्रवेश दे रहा है। सरकार ने कोरोना के चलते प्रदेश में 31 मार्च तक...
कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में हुई लॉकडाउन की घोषणा के बाद लक्सर सीएचसी में प्रसव कराने संबंधी मामलों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। सीएचसी के अधिकारियों के मुताबिक संख्या में अचानक तीन गुना तक इजाफा हो गया है। लिहाजा अस्पताल प्रबंधन एक मरीज संग एक तीमारदार को प्रवेश दे रहा है।
सरकार ने कोरोना के चलते प्रदेश में 31 मार्च तक कंप्लीट लॉकडाउन की घोषणा की है। इसके बाद से कई प्राइवेट अस्पतालों में केवल ओपीडी (आउटडोर पेशेंट) देखने का ही काम चल रहा है। इसके चलते सरकारी अस्पताल में प्रसव कराने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। अस्पताल के स्टाफ के मुताबिक पहले रोज डिलीवरी के औसतन दो से तीन केस आते थे। पर अब 24 घंटे में प्रसव कराने वाली आठ से दस महिलाओं को भर्ती करना पड़ रहा है। स्टाफ नर्स आंचल सैनी ने बताया कि रविवार रात को तीन प्रसव कराए गए हैं, जबकि तीन महिलाओं का दिन में प्रसव हुआ है। तीन-चार गर्भवती महिलाएं अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। सीएचसी के अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि बताया कि फिलहाल अस्पताल के वार्ड में पर्याप्त जगह है। फिर भी आपात स्थिति की संभावना को देखते हुए प्रसव के बाद मरीज को कम से कम रोकने के निर्देश प्रसव विंग के प्रभारी को दे दिए गए हैं। साथ ही एक मरीज के साथ उसके एक ही तीमारदार को अस्पताल के अंदर आने की इजाजत दी जा रही है।