केंद्रीय टीम ने परखी अस्पताल की व्यवस्था
तीन सदस्यी टीम के प्रमुख रूपेश ममगाईं ने बताया कि वह अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेंगे। जिसके आधार पर कायाकल्प...
केंद्र से आई कायाकल्प की टीम ने सिविल अस्पताल पहुंचकर व्यवस्थाओं को जायजा लिया। कायाकल्प की टीम ने सिविल अस्पताल में साफ सफाई, बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण एवं मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जाना। तीन सदस्यीय टीम के प्रमुख रूपेश ममगाईं ने बताया कि वह अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेंगे। जिसके आधार पर कायाकल्प का प्रथम पुरस्कार दिया जाएगा।
केंद्र सरकार की कायाकल्प योजना के तहत अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का निरीक्षण किया जा रहा है। जिसके तहत ओपीडी, वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, लेबर रूम, शौचालय और सफाई व्यवस्था का निरीक्षण केंद्र से टीम आकर करती है। जिस सरकारी अस्पताल में यह सभी सुविधा सबसे अच्छी पायी जाती है। उसको अस्पताल प्रबंधन को कायाकल्प अवार्ड से सम्मानित करते हुए 15 लाख की रकम इनाम के रूप में दी जाती है। जिसका प्रयोग अस्पताल प्रबंधन अपने अनुसार अस्पताल की सुविधाओं को और मजबूत करने कर सकता है।
रुड़की सिविल अस्पताल प्रबंधन पिछले कई दिनों ने कायाकल्प टीम के आने से पहले व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने में लगा था। मंगलवार को केंद्र से आयी कायाकल्प की टीम ने सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया। केंद्र से आयी तीन सदस्यों की टीम ने सिविल अस्पताल में साफ सफाई, बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के अततिरिक्त ओपीडी, वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, लेबर रूम, शौचालय में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। तीन सदस्यों की टीम ने सभी का बारिकी से निरीक्षण किया।
टीम के प्रमुख कुमाऊ मंडल के रिजनल कंसलटेंट रूपेश ममगाईं ने बताया कि टीम अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप देगी। रिपार्ट के आधार पर ही कायाकल्प अवार्ड दिया जाएगा। निरीक्षण करने पंहुची टीम में चंपावत जिले के कंसलटेंट प्रवीण भट्ट, एनजजीओ प्रतिनिधि कृष्ण कुमार मौजूद रहे। जबकि इस दौरान डॉ. महेश खेतान, डॉ. रितु खेतना, अस्पताल प्रबंधक अंकित राणा मौजूद रहे।