पीएनबी का मैनेजर और चपरासी सस्पेंड
कर्मचारी को ग्राहकों के खाते से गबन करने का दोषी करार देते हुए निलंबित कर दिया है। साथ ही शाखा प्रबंधक को भी प्रथम दृष्टया गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया गया है। जनवरी में पीएनबी...
पंजाब नेशनल बैंक की निरंजनपुर शाखा में गबन की जांच बैंक के स्तर पर पूरी हो गई है। जांच में शाखा प्रबंधक को प्रथम दृष्टया गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार मानकर निलंबित कर दिया गया है। साथ ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को ग्राहकों के खाते से गबन का दोषी करार देकर निलंबित किया गया है।
पीएनबी की निरंजनपुर शाखा के करीब पंद्रह ग्राहकों के खाते से पचास लाख रुपये से भी अधिक की रकब गबन करने का मामला सामने आया था। बैंक के स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक रकम बैंक के एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने अपने रिश्तेदारों और कुछ दूसरे परिचित ग्राहकों के खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर करने के बाद निकाली गई थी। गबन के शिकार तीन ग्राहकों ने पुलिस को घटना की तहरीर दी थी।
बैंक के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नरेश कुमार सिंघल के नेतृत्व में गबन की जांच के लिए टीम गठित की गई थी। पांच दिन की जांच के बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय को सौंप दी है। रिपोर्ट में पता चला है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रोहित गिरी निवासी रहमतपुर बेलड़ा थाना पिरान कलियर ने दो कर्मचारियों की यूजर आईडी, पासवर्ड चोरी कर ग्राहकों की रकम दूसरे खातों में ट्रांसफर की थी।
ट्रांसफर किए गए तीन खातों के करीब दस लाख रुपये बैंक सीज कर चुका है। क्षेत्रीय प्रबंधक निरेंद्र कुमार ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी कर्मचारी तभी से फरार चल रहा है। साथ ही शाखा प्रबंधक संजय कुणाल मेहता को भी जिम्मेदार मानतकर उन्हें निलंबित किया गया है।