एक सप्ताह में करें नुकसान का आंकलन
उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर एक सप्ताह में किसानों को मुआवजे का भुगतान करने की मांग की है। मंगलवार को उत्तराखंड किसान संघर्ष वाहिनी से जुड़े किसान लक्सर तहसील मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने एसडीएम की...
क्षेत्र में बेमसौमी बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा देने में हो रही देरी को लेकर उत्तराखंड किसान संघर्ष वाहिनी के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने तहसील पहुंचकर नाराजगी जताई। उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर एक सप्ताह में किसानों को मुआवजे का भुगतान करने की मांग की है।
मंगलवार को उत्तराखंड किसान संघर्ष वाहिनी से जुड़े किसान लक्सर तहसील मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने एसडीएम की गैरमौजूदगी में तहसीलदार सुनैना राणा से मुलाकात की। किसानों ने तहसीलदार को बताया कि मार्च के पहले सप्ताह में हुई बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि से स्थानीय किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। इससे गेहूं, सरसों व मसूर के अलावा चारे और सब्जियों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। गन्ने को भी इससे नुकसान हुआ है।
स्थिति यह है कि किसान इस समय आर्थिक रूप से बेहाल हो चुके हैं। उन्हें अगर जल्द मदद नहीं मिली तो उनका परिवार भूखों मरने की कगार पर पहुंच जाएगा। उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि प्रशासन एक सप्ताह के भीतर नुकसान का आकलन कर किसानों को मुआवजे का भुगतान किया जाए। उन्होंने सभी फसलों का मुआवजा बाजार भाव के आधार पर तय किए जाने की मांग भी रखी। तहसीलदार ने इस पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मुलाकात करने वालों में समिति के अध्यक्ष संजय सैनी, सत्यवीर गुर्जर, प्रधान आरिफ, राम सिंह, सोमपाल, सत्यवीर गुर्जर, विक्रम सिंह, राव फिरोज, इसम सिंह, सुमित सैनी, बलबीर सिंह, रोनिक कुमार, पंकज, कमल चौधरी, लोकेश कुमार, प्रमोद कुमार, सुनील कुमार, अंकुश कुमार, सनव्वर राजा, मामचंद, अमित सैनी आदि थे।