करोड़ों खर्च के बाद हाईटेक लंगरखाना बना शोपीस
पिरान कलियर में साबिर पाक की जियारत को आने वाले जायरीनों को साबरी लंगर की अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के लिये दरगाह प्रबन्धन की ओर से करोड़ो रूपये खर्च कर नए लंगर खाने का निर्माण कराया गया था। जिसे...
पिरान कलियर में साबिर पाक की जियारत को आने वाले जायरीनों को साबरी लंगर की अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दरगाह प्रबंधन की ओर से करोड़ों रुपए खर्च कर नए लंगर खाने का निर्माण कराया गया था। जिसे हाईटेक बनाने के लिए उसमें खाना बनाने के लिए इलेक्ट्रिक उपकरण लगाए गए थे। जहां पर रोटी बनाने की मशीन पिछले करीब दो साल से शोपीस बनकर रह गई है। जिसका कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है। दरगाह प्रबन्धन इस ओर कोई ध्यान नही दे रहा है पिरान कलियर में दरगाह प्रबन्धन की ओर से करोड़ों रुपए खर्च कर दाल, चावल बनाने के लिए इलेक्ट्रिक कुकर, आटा गूंथने की मशीन, रोटी बनाने की मशीन लगाई गई थी। लेकिन 22 लाख रुपये कीमत से लंगर खाने में लगी रोटी बनाने की मशीन पिछले दो साल से शो पीस बनकर रह गई है। जिसका कोई उपयोग नहीं किया जा रहा है। लंगर खाने में लाखों रुपये की कीमत से लगी यह मशीन धूल फांक रही है, लेकिन दरगाह प्रबन्धन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल का कहना है कि पहले मशीन खराब हो गई थी जिसे ठीक कराया गया था। मशीन से रोटी नहीं बनने का कारण यहां के लोग है जो मशीन से बनी रोटियों को छोटा बताते हैं। इस बार फिर से लोगों को समझाने का प्रयास किया जाएगा और रोटी बनाने की मशीन को चालू किया जाएगा।