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रुड़की में धनतेरस पर हुआ तीस करोड़ का कारोबार

धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीददारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा...

धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीददारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा...
1/ 3धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीददारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा...
धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीददारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा...
2/ 3धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीददारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा...
धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीददारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा...
3/ 3धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीददारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा...
हिन्दुस्तान टीम,रुडकीMon, 05 Nov 2018 06:53 PM
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धनतेरस पर रुड़की में करीब तीस करोड़ का कारोबार हुआ। चौपहिया, दुपहिया वाहनों से लेकर चांदी के सिक्कों और बर्तनों की खरीदारी हुई। कारोबारियों का कहना है कि बाजार में न तो बहुत तेजी थी और नहीं ज्यादा मंदी।धनतेरस के दिन सनातन धर्म मान्यता के अनुसार खरीदारी को शुभ माना जाता है। तमाम आशंकाओं के बीच बाजार में कारोबार को व्यापारियों ने ठीक-ठाक माना। शहर में करीब 220 चौपहिया वाहनों की डिलीवरी हुई। करीब 500 दुपहिया वाहनों की बिक्री हुई। लोगों ने चांदी के सिक्कों की जमकर खरीदारी भी की। ज्वेलरों की दुकानों में सबसे अधिक डिमांड चांदी के सिक्कों की रही। शहर और आसपास करीब डेढ़ सौ से अधिक ज्वेलर की दुकानें हैं। मान्यता के अनुसार बर्तनों की भी खूब खरीद हुई। इलेक्ट्रानिक आइटम, कपड़ों की भी खरीद भी हुई। एक अनुमान के अनुसार शहर में धनतेरस पर करीब तीस करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। यह पिछले साल के आसपास ही रहा। 00पटाखा बाजार में लगी रही भीड़ पटाखा बाजार में भी भीड़ लगी रही। रुड़की में तीन जगहों पर पटाखा बाजार लगते हैं। जिसमें सबसे अधिक दुकान नेहरू स्टेडियम में लगती है। रामनगर और लालकुर्ती में भी पटाखा बाजार लगता है। सात नवंबर को दिवाली के दिन तक पटाखों की बिक्री होगी।000आज मनाई जाएगी छोटी दिवाली मंगलवार को नरक चतुर्दशी (छोटी दिवाली) मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य आचार्य राकेश कुमार शुक्ल ने बताया कि दिवाली से एक दिन पहले कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को हनुमान जयंती, नरक चतुर्दशी, रूप चतुर्दशी, यम चतुर्दशी आदि को नाम से नरक चतुर्दशी मनाई जाती है। बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर राक्षस की जेल में बंद सोलह हजार एक सौ कन्याओं को मुक्त कराया था और नरकासुर का वध किया था। इसलिए इसे नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। बताया कि इन दिन दीपदान करने से नरक की यातानाओं से मुक्ति मिलती है। आज के दिन पित्रों के निमित्त दीपदान एवं पूजन करने से पित्र प्रसन्न होते हैं।

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