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Hindi News उत्तराखंड ऋषिकेशवन क्षेत्र में बिना अनुमति सड़क निर्माण से खफा हैं आधा दर्जन गांव के ग्रामीण

वन क्षेत्र में बिना अनुमति सड़क निर्माण से खफा हैं आधा दर्जन गांव के ग्रामीण

दिउली के ग्रामीणों ने पौड़ी प्रशासन पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है। ग्रामीण आधा दर्जन गांवों को जोड़ते हुये सड़क बनाने की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामीणों का...

दिउली के ग्रामीणों ने पौड़ी प्रशासन पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है। ग्रामीण आधा दर्जन गांवों को जोड़ते हुये सड़क बनाने की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामीणों का...
1/ 2दिउली के ग्रामीणों ने पौड़ी प्रशासन पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है। ग्रामीण आधा दर्जन गांवों को जोड़ते हुये सड़क बनाने की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामीणों का...
दिउली के ग्रामीणों ने पौड़ी प्रशासन पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है। ग्रामीण आधा दर्जन गांवों को जोड़ते हुये सड़क बनाने की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामीणों का...
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हिन्दुस्तान टीम,रिषिकेषMon, 18 Jun 2018 06:05 PM
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दिउली के ग्रामीणों ने पौड़ी प्रशासन पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है। ग्रामीण आधा दर्जन गांवों को जोड़ते हुये सड़क बनाने की गुहार लगा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि एक बाबा को लाभ पहुंचाने के लिये प्रापर्टी डीलर वन क्षेत्र से सड़क बना रहे है। जिसका लाभ क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों को नहीं मिल सकेगा। पौडी जिला क्षेत्र के यमकेश्वर ब्लॉक में सरकारी भूमि पर बन रही सड़क का ग्रामीण विरोध कर रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क दिउली से धमांद होकर बनाई जाये। दिउली से पोखरी जाने वाली लगभग 12 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण से बसटोला,डोराणा, चमनपुर, धमांद,शंयार,केशुवाडी के सैकड़ों ग्रामीण लाभान्तिव होंगे। इससे घनी आबादी वाली तीन ग्रामसभाओं के ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। जबकि दिउली से पोखरी सीधे बनाई जा रही 10 किलोमीटर सड़क से ग्रामीण लाभान्वित नहीं होंगे। क्षेत्र पंचायत सदस्य धनवीर सिंह का कहना है कि एक बाबा को लाभ पहुंचाने के लिये कुछ प्रापर्टी डीलर वन क्षेत्र में सड़क निर्माण कर रहे है। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। प्यारेलाल जुगरान का कहना है कि प्रशासन को कई बार समस्या से अवगत कराया गया है। लेकिन प्रशासन पापर्टी डीलरों का ही साथ दे रहा है। आंदोलन कर रहे ग्रामीणों को झूठे मुकदमें में फंसाया जा रहा है। इसलिये ग्रामीणों ने कोर्ट में जाने का निर्णय लिया है। कहा कि दिउली से पोखरी वन क्षेत्र में बनाई जा रही सड़क के विरोध में वह भूख हड़ताल करने से भी पीछ़े नहीं हटेंगे। नाराजगी जताने वालों में प्रमोद शर्मा, मुकेश नौटियाल, निहाल सिंह, महिपाल सिंह, जगमोहन सिंह, विक्रम सिंह, वचन सिंह, शांति प्रसाद, कांति कपरूवान, अनिल सिंह, दरवान सिंह, सोहन सिंह आदि शामिल है।

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