10 जनवरी को लगेगा साल का पहला चंद्रग्रहण
10 जनवरी को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। चंद्रग्रहण चार घंटे का होगा। यह चंद्रग्रहण 10 जनवरी को रात्रि 10:36 बजे शुरु...
रात्रि 10:36 बजे शुरु होगा चंद्रग्रहण
चंद्रग्रहण की अवधि चार घंटे की होगी
10 जनवरी को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। चंद्रग्रहण चार घंटे का होगा। यह चंद्रग्रहण 10 जनवरी को रात्रि 10:36 बजे शुरु होगा।
राइंका आईडीपीएल के संस्कृत प्रवक्ता व उत्तराखंड ज्योतिष अवार्ड से सम्मानित डा. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बताया कि 10 जनवरी को साल 2020 का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा। ग्रहण रात्रि 10:36 बजे से शुरु होकर 11 जनवरी को भोर 2:40 बजे तक रहेगा। यह चंद्रग्रहण चार घंटे का होगा। ग्रहण का यह 4 घंटे का समय मंत्र तंत्र यंत्र साधना के लिए मील का पत्थर साबित होगा। बताया कि यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया हांगकांग स्विट्जरलैंड सहित भारत में भी दिखाई देगा। ग्रहण का जनजीवन के साथ ही संपूर्ण मानव जाति पर पूर्ण प्रभाव पड़ेगा। यह ग्रहण मिथुन राशि पर लग रहा है। इसलिए मिथुन राशि के जातकों को विशेष सावधान रहने की आवश्यकता है।
राशि अनुसार ग्रहण का फल
ज्योतिषाचार्य डा. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बताया कि इस चंद्रग्रहण का मेष राशि पर मिलाजुला असर रहेगा तथा पराक्रम भाव में वृद्धि होगी। वृष राशि पर धन हानि होगी। मिथुन राशि के लोगों को मानसिक कष्ट के साथ पारिवारिक कलह का सामना करना पड़ेगा। कर्क राशि के लिए बेहद प्रभावशाली योग बन रहे हैं। सिंह अप्रत्याशित लाभ के साथ ही धन प्राप्ति के योग, कन्या पर मिलाजुला असर रहेगा। तुला राशि के लोगों की पारिवारिक उलझने बढ़ेंगी। वृश्चिक राशि के लोगों पर धन हानि का योग है। धनु पर परिवार और सहयोगी कारोबारी से विवाद की स्थिति बन सकती है, मगर शत्रुओं पर विजय मिलेगी। कुंभ के लिए शुभ समाचार मिलेंगे। मीन राशि के लोगों के लिए व्यापार में पूर्ण सफलता व रुके हुए धन की प्राप्ति होगी।
ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय
ज्योतिषाचार्य डा. चंडी प्रसाद घिल्डियाल के अनुसार सभी राशि के जातक जिनके लिए ग्रहण की स्थिति ठीक नहीं है। विशेष रुप से मेष, वृष, मिथुन, तुला और कुंभ राशि के जातक अपने इष्ट कुलदेवता का जाप करें। सभी राशि वाले लौंग का जोड़ा गणेश भगवान के सामने रख दें। सुबह ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान कर उस लौंग के जोड़े को नदी में प्रवाहित करें। सभी को शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
फोटो-9 आरएसके 5 ज्योतिष डा.चंडीप्रसाद घिल्डयाल।