कोरोनाकाल में रक्षा बंधन भी ऑनलाइन
वेबसाइटों के माध्यम से ऑनलाइन मंगवा रहे राखियां वेबसाइटों के माध्यम से ऑनलाइन मंगवा रहे राखियां वेबसाइटों के माध्यम से ऑनलाइन मंगवा रहे राखियां वेबसाइटों के माध्यम से ऑनलाइन मंगवा रहे राखियां...
कोरोनाकाल में रक्षाबंधन का पर्व भी डिजिटलीकरण के बीच होता दिख रहा है। कोरोना के चलते राखी के लिए इस साल बाजार ऑनलाइन सजा है। बहने बड़ी संख्या में ऑनलाइन वेबसाइटों व दुकानदारों से राखियां मंगवा रही हैं। देश में कोरोना काल में अधिकांश चीजें ऑनलाइन होने लगी है। शिक्षा, शादियां व अन्य कार्यक्रमों में ऑनलाइन प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है। धार्मिक कार्यों में भी मंदिरों में ऑनलाइन आरती करवाई जा रही है। अब तीन अगस्त को होने वाले रक्षाबंधन में भी ऑनलाइन क्रेज बढा है। ऋषिकेश की अधिकांश बहने ऑनलाइन साइटों से ही राखियों की खरीददारी कर रही है। इतना ही नहीं दुकानदार स्वयं भी व्हट्सअप व अन्य साइटों के माध्यम से क्षेत्रवासियों को राखियों की होम डिलीवरी कर रहे हैं। कुछ दुकानदारों द्वारा उपभोक्ताओं को राखी के साथ मिठाई, रोली आदि ऑर्डर करने का विकल्प भी दिया जा रहा है। घाट रोड पर राखी दुकान के संचालक श्याम गुप्ता ने बताया कि वे दुकान में आने वाले ग्राहकों को तो राखियां बेच ही रहे हैं, उसके साथ ही फेसबुक व व्हट्सअप आदि पर भी राखियों की सेल कर रहे हैं।-----ऑनलाइन राखी का बढ़ा कारोबार लॉकडाउन डाउन के कारण बाजार बंद रहने से ऑनलाइन राखी भेजने का विकल्प बहनों ने निकाला है। मोबाइल या लैपटॉप पर बहने भाइयों के लिये राखियां पसंद कर रही है। राखियों की बुकिंग कर उसको सीधे भाइयों के पते पर भेज रही हैं।