योग साधकों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के तरीके बताए
इंटरनेशनल योग महोत्सव में रविवार को जीएमवीएन के गंगा रिसोर्ट में योग गुरुओं ने साधकों को विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया। साथ ही साधकों को योग के जरिये बीमारियों से बचने के तौर-तरीकों भी बताए। रविवार...
इंटरनेशनल योग महोत्सव में रविवार को जीएमवीएन के गंगा रिसोर्ट में योग गुरुओं ने साधकों को विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया। साथ ही साधकों को योग के जरिये बीमारियों से बचने के तौर-तरीकों भी बताए। रविवार को योग महोत्सव में योग गुरु जयदेवन ने साधकों को रोजमर्रा की बीमारियों से बचाव से संबंधित जानकारी दी। बताया कि हृदय रोग, मधुमेह, मोटापा, मानसिक तनाव, उच्च रक्तचाप की बीमारियों को योग साधना से दूर किया जा सकता है। योगीराज ब्रह्मचारी विश्वपाल उर्फ आधुनिक भीम ने प्राण पावर के बारे में साधकों को जानकारी दी। बताया कि प्राणायाम करना जरूरी है। प्राण पावर से फेफड़े शुद्ध होते हैं। आसानी से इसका लाभ मिलता है। इससे रोग निवारण क्षमता बढ़ती है। शरीर में रक्त का संचार सही से रहता है। खेलों में इस योग से लाभ होता है। यह एकाग्रता में लाभदायक है। इस दौरान योग महोत्सव में प्रमुख आचार्यों ने साधकों को विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास कराया। पद्मश्री भारत भूषण ने सूर्यक्रिया, नीरज पुरोहित ने अयंगर योग, प्रेम करुणा ने विज्ञान प्राणायाम, स्वामी बुद्धिवर्धन ने बौधिक प्राणायाम, डा. सुनील कुमार जोशी ने मर्म चिकित्सा, सीएम भंडारी ने योगासन और प्राणायाम का अभ्यास योग साधकों को कराया। योग शिविर में रशिया, वेल्जियम, अमेरिका, इंग्लैड, फ्रांस, थाईलैंड, ब्राजील से आये साधकों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर जीएमवीएन के वरिष्ठ प्रबंधक डीएस नेगी, विश्वनाथ बैंजवाल आदि मौजूद रहे।