अफसरों की बेरुखी से फरियादियों का किनारा
राज्य सरकार हर महीने एक दिन तहसील दिवस का आयोजन करती है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण फरियादियों की संख्या कम हो गई है। ऋषिकेश तहसील में 19 शिकायतें आईं, जिनमें से केवल 3 का समाधान हुआ। कई लोग...
राज्य सरकार स्थानीय स्तर पर समस्या के समाधान के लिए माह में एक दिन तहसील दिवस आयोजित करती है, लेकिन अफसरों की बेरुखी से अब फरियादियों ने भी किनारा कर लिया है। कुछ लोग समस्या लेकर पहुंचते भी हैं तो त्वरित निस्तारण के बजाय उन्हें आगे भेज दिया जाता है। कई लोग तो ऐसे में भी हैं जो एक ही समस्या को लेकर दो से तीन बार आते हैं, फिर भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया जाता है। यही कारण है कि अब तहसील दिवस पर बहुत कम फरियादी पहुंचते हैं। मंगलवार सुबह ऋषिकेश तहसील में तहसील दिवस का आयोजन सुबह 11 बजे से हुआ। कुछ फरियादी शिकायत लेकर समय से पहुंचे। करीब 10 मिनट बाद तहसीलदार सुरेंद्र सिंह पहुंचे। वह यहां पर चंद मिनट रुकने के बाद रजिस्ट्रार कानूनगो कक्ष में चले गए। एसडीएम स्मृता परमार 11 बजे कार्यालय तो पहुंचीं, लेकिन वह तहसील दिवस कार्यक्रम में दोपहर लगभग 12 बजे आईं। हालांकि, इससे पहले ही तहसीलदार आ चुके थे। सुबह से दोपहर तक चले तहसील दिवस में कुल 19 शिकायतें पहुंची। इनमें ज्यादातर शिकायतें सड़क, बिजली, अतिक्रमण, निर्माण से जुड़ी रहीं। इनमें महज तीन का ही मौके पर निस्तारण किया गया। अन्य शिकायतों को संबंधित विभागों को ट्रांसफर कर दिया गया। तहसीलदार राजेंद्र सिंह ने बताया कि ज्यादातर शिकायतें जांच कर निस्तारण से जुड़ी थीं, जिसके चलते उन्हें विभागों को भेजा गया है। मौके पर ऊर्जा निगम एसडीओ अरविंद नेगी, एई राजेश चौहान, सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट, परिवहन कर अधिकारी अनिल कुमार, शोभाराम जोशी आदि मौजूद रहे।
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लापरवाही की कहानी पीड़ितों की जुबानी
केस-1
रायवाला स्थित खांड गांव निवासी रमेश डंगवाल भूमि की तस्दीक की मांग को लेकर पहुंचे। वह सुबह 11 बजे ही तहसील दिवस में पहुंच गए थे। उन्होंने रजिस्टर में शिकायत भी दर्ज कराई। कुछ देर बाद तहसीलदार राजेंद्र सिंह पहुंचे। उन्होंने समस्या को सुनने के बाद शिकायती पत्र को संबंधित अधिकारी को भेज दिया। रमेश ने बताया कि इससे पहले भी दो दफा वह तहसील दिवस में इसी शिकायत को लेकर पहुंच चुके हैं। बावजूद, अभी तक निस्तारण नहीं हो पाया है। इस बार भी शिकायती पत्र आगे भेजा गया है, लेकिन निस्तारण होगा कि नहीं इसपर कुछ कहा नहीं जा सकता।
केस-2
प्रतीतनगर ग्रामसभा के वार्ड नंबर नौ में सड़क पक्की करने के साथ ही चौड़ीकरण किया जाना है। जिला पंचायत निधि से सड़क निर्माण प्रस्तावित है, लेकिन बीच में तीन विद्युत पोल आ रहे हैं। निर्माण एजेंसी ने इस बिजली के खंभों के हटने के बाद कार्य शुरू करने की बात कही है। शिकायत के बाद भी यह खंभे अभी तक नहीं हटे हैं। प्रभावित परिवार शिकायत लेकर तहसील दिवस में तो पहुंचे, लेकिन वह यहां फरियाद रखने से परहेज करते नजर आए। बोले, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता को भी यह शिकायत देंगे। कुलदीप सिंह कंडारी ने बताया कि पोल नहीं हटने से न सिर्फ मार्ग पर दुर्घटना का अंदेशा बना हुआ है, बल्कि आवागमन में भी दिक्कत से 35 से ज्यादा परिवार प्रभावित हैं।
कुर्सी पर कम, धूप में ज्यादा अफसर
सर्दी का मौसम है, तो ठंड होना जाहिर सी बात है। सुबह तहसील दिवस में कुछ अफसर आयोजन स्थल के हॉल में कम धूप का आनंद लेने के लिए खुले छत पर खड़े दिखे, तो कुछ अधिकारी हॉल के बाहर की गैलरी में तहसील दिवस में आने-जाने वाले फरियादियों को देखते हुए नजर आए। वहीं, राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारी बोले, अब लोगों की शिकायतों को विभागों में ही निस्तारण हो जा रहा है, जिसके चलते तहसील दिवस में फरियादियों की संख्या भी कम हो रही है।
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