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शरद पूर्णिमा: श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी

शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान...

शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान...
1/ 3शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान...
शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान...
2/ 3शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान...
शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान...
3/ 3शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान...
हिन्दुस्तान टीम,रिषिकेषWed, 20 Oct 2021 05:20 PM
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ऋषिकेश। संवाददाता

शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा-अर्चना की। भिक्षुओं को दान देकर पुण्य कमाया। स्नान दान का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा।

बुधवार को तीर्थनगरी ऋषिकेश की हृदयस्थली त्रिवेणीघाट पर स्थानीय के साथ बाहरी प्रांतों से आए श्रद्धालु गंगा के लिए उमड़े। एक दिन पहले मंगलवार को गंगा में जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ के पानी से समूचा घाट परिसर लबालब हो गया था। बुधवार को बाढ़ का पानी तो गायब था, लेकिन पानी के साथ आया मलबे यहां परेशानी का सबब बन रहा था। घाट की सीढ़ियां, प्लेटफार्म, गंगा आरती स्थल पर मलबे की मोटी परत जम गई। इसके बीच ही शरद पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने गंगा के मटमैले जल में डुबकी लगायी। सूर्य को अर्घ्य दिया। अराध्य देव की पूजा अर्चना की। सामर्थ्यनुसार घाट पर कतार से बैठे भिक्षुओं को दान दिया। पंडित वेदप्रकाश शास्त्री ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विधान है। लेकिन गंगा का जलस्तर बढ़ने और घाट पर मलबा होने से श्रद्धालुओं को दिक्कत आई।

इंसेट....

घाट पर मलबे ने बढ़ाई दिक्कतें

ऋषिकेश। पहाड़ में रविवार और सोमवार को भारी बारिश से ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर मंगलवार को बढ़ने से समूचा घाट परिसर डूब गया था। पुलिस प्रशासन के मुताबिक मंगलवार रात 11 बजे से पानी कम होना शुरू हुआ। बुधवार सुबह 4 बजे तक पानी गंगा आरती स्थल से नीचे चला गया। लेकिन पानी के साथ यहां मलबा भर गया। इससे लोगों को आवाजाही में दिक्कत हुई। वरिष्ठ नागरिक राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि पहले मानसून के दौरान बाढ़ आना सामान्य था। लेकिन इस बार मानसून के विदा होने के बाद गंगा में बाढ़ चौंकाने वाली बात है।

मलबा हटाने में जुटे स्वयंसेवी

श्री गंगा सभा के स्वयंसेवी गंगा का जलस्तर कम होने पर बुधवार सुबह आरती स्थल, घाट परिसर में फैले मलबे को साफ करने में जुट गए। गंगा सभा के अध्यक्ष राहुल शर्मा ने बताया कि गंगा आरती स्थल में करीब 5 फीट मलबा जमा है, इसे काफी हद तक साफ कर दिया है। शाम तक आरती स्थल को चमका दिया जाएगा। जल पुलिस की अस्थायी चौकी को भी बाढ़ के पानी से नुकसान हुआ है। चौकी के अंदर मलबा जमा हो गया। यही नहीं कई जगह से चौकी क्षति हुई है। हालांकि समय रहते चौकी से सामान सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।

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