संयुक्त परिवार में बच्चे को मिलते हैं अच्छे संस्कार
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास में परिवार प्रबोधन कार्यक्रम हुआ। इसमें बच्चों व उनके परिजनों को संयुक्त परिवार में रहने की सलाह दी...
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास में परिवार प्रबोधन कार्यक्रम हुआ। इसमें बच्चों व उनके परिजनों को संयुक्त परिवार में रहने की सलाह दी गई।
शुक्रवार को कॉलेज के विवेकानंद योग सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद पांडे एवं पूर्व वायुसेना अधिकारी डीपी रतूड़ी ने किया। प्रधानाचार्य ने कहा कि वर्तमान समय में संयुक्त परिवार तेजी से टूटकर एकल परिवारों में बदल रहे हैं। एकल परिवार आर्थिक रूप से संपन्न होता है, लेकिन इसमें सहनशीलता, परस्पर सहयोग व संस्कारों की कमी स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि संयुक्त परिवार में बच्चे को अच्छे संस्कार मिलते हैं। डीपी रतूड़ी ने कहा कि हमारी प्राचीन संस्कृति हमें ‘वसुधैव कुटुम्बकम की शिक्षा देती है। वरिष्ठ आचार्य नरेंद्र खुराना ने कहा कि हमें अपने घरों में बच्चों को बड़ों का सम्मान, छोटों से स्नेह, अपने कार्य की प्रति निष्ठा, समाज व देश सेवा की प्रतिदिन शिक्षा देनी चाहिए। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ज्योति सजवाण ने कहा कि हम पश्चिमी संस्कृति अपना रहे हैं और अपनी संस्कृति को भूल रहे हैं। जबकि, विदेशी हमारे देश और भारतीय संस्कृति के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। इस मौके पर लक्ष्मी सजवाण, सुहानी सेमवाल, रश्मि गुसाईं, सतीश चौहान, कर्णपाल बिष्ट, रामगोपाल रतूड़ी उपस्थित रहे।
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