सिखों के दसवें गुरू के पुत्रों के बलिदान को नमन किया
ऋषिनगरी में वीर बाल दिवस मनाया गया, जिसमें सिखों के दसवें गुरु श्रीगुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को याद किया गया। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि...

ऋषिनगरी में सिखों के दसवें गुरु श्रीगुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह की याद में गुरुवार को वीर बाल दिवस मनाया गया। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि दोनों युवा साहिबजादों ने धर्म और मानवता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। गुरुवार को रेलवे रोड स्थित गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी की मानवता की रक्षा के लिए दी गई कुर्बानी को नमन करते हुए वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी। कहा कि साहिबजादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह ने अपनी शहादत दे दी, लेकिन धर्म पर आंच नहीं आने दी। उन्होंने कहा कि मुगल शासक वजीर खां ने साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह को उनकी माता गुजरी देवी के साथ गिरफ्तार कर जब इस्लाम कबूल करने को कहा। मगर सात वर्ष के जोरावर और पांच वर्ष के फतेह सिंह ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने धर्म के नाम पर सिर कलम करवाना सही समझा, लेकिन झुकना नहीं। वजीर खां ने दोनों को जिंदा दीवार पर चिनवा दिया। यह देख माता गुजरी देवी ने भी अपने प्राण त्याग दिए। मौके पर अध्यक्ष महिला आयोग कुसुम कंडवाल, मण्डल अध्यक्ष सुमित पंवार, अनिता ममगाई, दीपक धमीजा, कविता शाह, सतीश सिंह, नितिन सकसेना, पवन शर्मा, सरदार मंगा सिंह, प्रदीप कोहली, नंद किशोर जाटव, सन्दीप गुप्ता, इंद्र कुमार गोदवानी, बृजेश शर्मा, शम्भू पासवान, दिनेश सती, रूपेश गुप्ता, राधे जाटव, गगन बेदी, जितेंद्र अग्रवाल, दीपक बिष्ट, सोनू पांडेय, राजपाल ठाकुर उपस्थित रहे।
बच्चों को दिखाई गई वीडियो
ऋषिकेश। आवास-विकास स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में वीर बाल दिवस पर बाबा फतेह सिंह और जोरावर सिंह की शहादत को सम्मान देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कॉलेज के प्रिंसिपल उमाकांत पंत ने बताया कि वीर बाल दिवस पर खालसा के चार साहिबजादों के बलिदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। सिख गुरु गोबिंद सिंह के छोटे बच्चों ने अपने आस्था की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। यह उनकी कहानियों को याद करने का भी दिन और यह जानने का भी दिन है कि कैसे उनकी निर्मम हत्या की गई। इससे पूर्व छात्र-छात्राओं को को वीर बाल दिवस की प्रेरणा स्वरूप सूक्ष्म वीडियो भी दिखाई गई। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य नागेन्द्र पोखरियाल, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी रामगोपाल रतूड़ी, मीडिया प्रभारी नरेन्द्र खुराना, लक्ष्मी चौहान, विनय सेमवाल आदि मौजूद रहे।
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