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बच्चों को भारतीय वाद्ययंत्रों के प्रति किया जागरूक

स्पिक मैके संस्था ने बांसुरी वादन कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों को भारतीय वाद्ययंत्रों के बारे में जानकारी दी। वक्ताओं ने बच्चों को भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक किया। शनिवार को श्रीभरत मंदिर इंटर...

बच्चों को भारतीय वाद्ययंत्रों के प्रति किया जागरूक
हिन्दुस्तान टीम,रिषिकेषSat, 13 Jan 2018 07:02 PM
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स्पिक मैके संस्था ने बांसुरी वादन कार्यक्रम आयोजित कर बच्चों को भारतीय वाद्ययंत्रों के बारे में जानकारी दी। वक्ताओं ने बच्चों को भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक किया। शनिवार को श्रीभरत मंदिर इंटर कॉलेज पब्लिक स्कूल में स्पिक मैके संस्था द्वारा बांसुरीवादन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य धीरेंद्र जोशी, संस्था अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल और कार्यक्रम संयोजिका सुजाता श्रीधर ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। प्रधानाचार्य धीरेंद्र जोशी ने कहा कि युवा पीढ़ी भारतीय संस्कृति को भूल रही है। इससे देश में पाश्चात्य सभ्यता हावी होती जा रही है। इससे बचने के लिए सभी को एकजुट होकर युवाओं में भारतीय संस्कृति के प्रति जिज्ञासा और जागरूकता पैदा करनी होगी। संस्था अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि संस्था लंबे समय से विभिन्न स्कूलों और क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित कर लोगों व बच्चों को भारतीय संस्कृति के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रही है। बताया कि देवोप्रिया और सुचिस्मिता का नाम बांसुरी वादन के क्षेत्र में प्रसिद्ध है और दोनों बहने इलाहाबाद के संगीत परिवार से हैं। दोनों बहनों ने संगीत प्रभाकर में गोल्ड एवं सिल्वर मेडल जीते हुए हैं। देवो प्रिया चटर्जी ने संगीत नाटक पुरस्कार और उस्ताद विस्मिल्लाखां युवा पुरस्कार प्राप्त किया हुआ है। इस दौरान देवोप्रिया और सुचिस्मिता ने बच्चों को बांसुरी वादन व अन्य वाद्य यंत्रों की जानकारी दी और तबला वादक जहीर खान के साथ मिलकर वांसुरी वादन की प्रस्तुतियां दीं। समापन अवसर पर दोनों बहनों और तबलावादक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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