रामपुर तिराहा कांड के दोषियों को सजा देने को धरना
मुजफ्फर नगर के रामपुर तिराहा कांड के दोषियों को सजा देने को लेकर राज्य आंदोलनकारियों और विभिन्न संगठनों के लोगों ने शहीद पार्क में धरना दिया। इस दौरान राज्य निर्माण आंदोलन में शहीद हुये आंदोलनकारियों...
मुजफ्फर नगर के रामपुर तिराहा कांड के दोषियों को सजा देने को लेकर राज्य आंदोलनकारियों और विभिन्न संगठनों के लोगों ने शहीद पार्क में धरना दिया। इस दौरान राज्य निर्माण आंदोलन में शहीद हुये आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी गई।
बुधवार को शहीद पार्क लखनपुर में राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रभात ध्यानी के संचालन में हुई सभा में वक्ताओं ने कहा दो अक्तूबर 1994 को देश और प्रदेश के लोग काले दिन के रूप में याद करते हैं। जब राज्य निर्माण की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे आंदोलनकारियों को रामपुर तिराहे मुजफ्फर नगर में गोलियों से भून दिया गया था। महिला आंदोलनकारियों को पुलिसकर्मियों ने अपनी हवश का शिकार बनाया था। वक्ताओं ने आक्रोश भरे शब्दों में कहा आज घटना को घटित हुए 25 वर्ष हो गये हैं। उत्तराखंड को उप्र से अलग हुये 19 वर्ष होने वाले हैं, लेकिन अभी तक पुलिस दमन के शिकार हुये आंदोलनकारियों को न्याय मिल पाया है। धरना देने वालों में महिला एकता केंद्र की ललिता रावत, सरस्वती जोशी, देवभूमि विकास मंच के मनमोहन अग्रवाल, इकोसेंसेटिव जोन विरोधी संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, उपपा के हरीश चन्द्र जोशी, सुरेंद्र प्रसाद भदौला, सभासद भुवन डंगवाल, सुमित्रा बिष्ट, चंद्रशेखर जोशी, हरीश भट्ट, पान सिंह नेगी, इंद्र सिंह मनराल, रईस अहमद, हाफिज सईद अहमद, नईम चौधरी, नवीन नैथानी मौजूद रहे।