जिला पंचायत सदस्यों की समस्या सैकड़ो समाधान एक भी नहीं
-सर्किट हाउस काठगोदाम में जिला पंचायत की विभागीय बैठक अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया...

-जिला पंचायत की बैठक अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई
-अधिकांश विभागों के अधिकारियों के उपस्थित न होने पर अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
-उच्च अधिकारियों के मौजूद नहीं होने पर जिला पंचायत सदस्य भड़क उठे
-एक हफ्ते के भीतर जिला पंचायत की उच्च अधिकारियों के साथ दोबारा होगी बैठक
हल्द्वानी, संवाददाता
जिला पंचायत की शनिवार को सर्किट हाउस में हुई बैठक में सदस्यों की समस्याएं तो सैकड़ों थी पर समाधान किसी का नहीं हुआ। वजह बैठक में उच्च अधिकारियों के अलावा कुछ विभागों के अधिकारी की अनुपस्थिति रही। इस पर सदस्य भड़क गए और जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया ने भी नाराजगी जताई। बाद में निर्णय लिया गया कि एक हफ्ते के भीतर उच्च अधिकारयों के साथ दोबारा बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक का संचालन अपर मुख्य अधिकारी पीएस बिष्ट ने किया।
जिला पंचायत की शनिवार को सर्किट हाउस में विभागीय बैठक हुई। इसमें लोक निर्माण विभाग, जल संस्थान, सिंचाई, लघु सिंचाई, स्वास्थ्य शिखा विभाग, कृषि, बिजली, पूर्ति, समाज कल्याण और उरेडा के अधिकारी पहुंचे। वहीं बैठक में 27 में से 20 जिला पंचायत सदस्य पहुंचे। सभी प्रतिनिधियों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में बताया। बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया ने कहा कि अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्यों को क्रियान्वयन करें ताकि विकास कार्यों को धरातल पर उतारा जा सके। उपाध्यक्ष आनन्द सिंह दरम्वाल ने कहा कि जनपद में जहां भी विकास कार्य हो रहे हैं कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने विकास कार्यों के प्रस्ताव में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कहा। बैठक में झोलाछाप चिकित्सकों पर लगाम लगाने की मांग की गई। डॉ. भागीरथी जोशी ने बताया कि झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ मुहिम जारी है। चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। समीक्षा में बताया गया कि जलजीवन मिशन के तहत जनपद की सभी ग्राम सभाओं में डीपीआर की स्वीकृति मिल चुकी है। पहले फेज में 65 प्रतिशत जल संयोजन दे दिये हैं। जिला पंचायत सदस्य दीपक मेलकानी तल्लीदीनी ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्र मे अधिकांश हैंडपम्प खराब हो गये हैं, उनकी जल्द मरम्मत की जाए।
लोक निर्माण विभाग
विभिन्न जिला पंचायत सदस्यों ने अपने अपने क्षेत्र में लोक निर्माण से संबंधित परेशानियां सदन में रखीं। अधिकांश क्षेत्र में मोटर मार्ग न होने से ग्रामीणों की परेशानियों से अवगत कराया गया। इस कारण होने वाली दुघर्टनाओं के बारे में भी बताया गया। कई गांवों के मार्ग में डामरीकरण करने की मांग की गई।
स्वास्थ विभाग
जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र चौहान पीरूमदारा ने कहा कि पीरूमदारा पीएचसी के उच्चीकरण का प्रस्ताव बहुत पहले भेजा गया था। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यहां चिकित्सक नहीं हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में 108 वाहनों की हालत बहुत खराब है। इनके स्थान पर नये आवंटित कराने का अनुरोध किया। धारी, रामनगर आदि कई क्षेत्रों में ऐक्सरे एवं अल्ट्रासाउंड मशीनें नहीं हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. भागीरथी जोशी ने कहा कि शासन को पत्राचार किया गया है।
शिक्षा विभाग:
जिला पंचायत सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्रों के विद्यालयों की स्थिति सुधारने की मांग की। जिला पंचायत सदस्य सागर पांडे ने बताया कि राजकीय इंटर कालेज पदमपुरी में प्रधानाचार्य नहीं होने से बच्चों को काफी परेशरनियों का सामना करना पड़ रहा है। राइंका नौकुचियाताल, प्राथमिक विद्यालय नारायपुर मुलिया, राइंका सूपी का भवन बदहाल अवस्था में है उसे जल्द सुधारा जाए।
वन विभाग:
जिला पंचायत सदस्य कमलेश सिंह ने बताया कि रामनगर के अंतर्गत आमपोखरा, चोरपानी में वन विभाग के मार्ग के किनारे कृषि भूमि को जंगली जानवरों द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जंगली जानवरों से कृषि भूमि को बचाने के लिए ताड़बाड़ की जाए और काश्तकारों को उचित मुआवजा दिया जाए।
कृषि विभाग
जिला पंचायत सदस्य प्रेम बल्लभ बृजवासी ने बताया कि ग्राम रौशिला, भीमताल में अधिकांश ग्रामीणों के जॉब कार्ड अभी तक नहीं बने हुए हैं। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं कमलेश कैड़ा ने बताया कि मनरेगा के अंतर्गत रोजगार करने वाले ग्रामीणों व श्रमिकों की मजदूरी काफी कम है। मजदूरी राशि जल्द बढ़ाई जाए।
ऊर्जा निगम
कई सदस्यों ने बताया कि जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की लाइन मकानों के ऊपर से जा रही है। कई जगह बिजली के खंभों की अवस्था भी बहुत खराब हो गई है। कई जगह बिजली की तारें झूल रही हैं। गौलापार सब स्टेशन से जो बिजली सप्लाई की जाती है उसकी वोल्टेज काफी कम रहती है। जल्द इसे दुरुस्त किया जाए।
सिंचाई विभाग
जिला पंचायत सदस्य लेखा भट्ट ने बताया कि खुर्पाताल में कई जगह सिंचाई का कार्य गूल से किया जा रहा है। गूल कई जगह से टूट गई हैं। अल्चौना गांव में पिछले छह माह से नहर में पानी नहीं होने के कारण ग्रामीणों को अपनी फसल की बुआई करने में परेशानी हो रही है। जल्द उसे सही करवाया जाए।
जल निगम विभाग
विकासखंड भीमताल के बंदर मंगोली-खमारी, कोटाबाग के शेरपुर, चांदपुर व मायारामपुर क्षेत्र में पंपिंग लाइन खराब होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियां हो रही हैं। ओखलकांडा गांव में कई जगह अब भी टैंकरों से पानी की सप्लाई हो रही है। इससे ग्रामीणों को दिक्कतें हो रही हैं।
मानक के अनुसार राशन न दिया तो होगी कार्रवाई
जिला पंचायत सदस्यों ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में राशन की दुकानों में अन्त्योदय योजना के तहत 35 किलो के स्थान पर 30 किलो राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी ने कहा कि जिन राशन डीलरों द्वारा मानकों के अनुरूप राशन नहीं दिया जा रहा उन पर कठोर कार्रवाई की जायेगी। वहीं सदस्यों ने उरेडा से सोलर लाइट नहीं मिलने पर नाराजगी जताई।
ये रहे मौजूद
जिला पंचायत उपाध्यक्ष आनंद सिंह दरम्वाल, मीना चिलवाल, प्रेम बल्लभ बृजवासी, मंजू आर्य, प्रेमा गोस्वामी, परियोजना निदेशक अजय सिंह, जिला पर्यटन अधिकारी बृजेश पांडे, ममता सागर, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी, महाप्रबंधक उद्योग सुनील कुमार पंत, अधिशासी अभियंता लोनिवि जीडी सिंह, अपर समाज कल्याण अधिकारी मो. चांद, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज डोभाल, जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल स्वरूप, विशाल दत्ता आदि।
अधिकारी नहीं आए तो भड़के सदस्य
बैठक कई उच्च अधिकारियों के मौजूद नहीं होने पर जिला पंचायत सदस्य भड़क उठे। सभी ने बैठक का बहिष्कार कर उसे स्थगित करने की मांग की। इस बीच जिला पंचायत सदस्य लाखन सिंह नेगी बैठक से उठकर चले गए। कुछ देर के लिए माहौल गर्मा गया। इस पर अध्यक्ष बेला तोलिया के समझाने पर सभी लोग शांत हुए। अध्यक्ष ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर जिला पंचायत की उच्च अधिकारियों के साथ बैठक आहूत की जायेगी। बैठक में कई विभागों के अधिकारियों के उपस्थित न होने पर अध्यक्ष ने भी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि उनसे सपष्टीकरण मांगा जाएगा।