सत्तारूढ़ सरकारें दोषियों को नहीं दिला पाई सजा
खटीमा गोलीकांड के 25 साल और राज्य गठन के 20 साल के बाद भी सत्तारूढ़ सरकारें दोषियों को सजा नहीं दिला पाई। शहीदों के सपनों को साकार करने के लिये सड़कों पर उतरने की जरूरत है। ये बात खटीमा गोलीकांड में...
खटीमा गोलीकांड के 25 साल और राज्य गठन के 20 साल के बाद भी सत्तारूढ़ सरकारें दोषियों को सजा नहीं दिला पाई। शहीदों के सपनों को साकार करने के लिये सड़कों पर उतरने की जरूरत है। ये बात खटीमा गोलीकांड में शहीद हुए आंदोलनकारियों की श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कही। रविवार को शहीद स्मारक पार्क में राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी की अध्यक्षता और योगेश सती के संचालन में सभा हुई। इस दौरान वक्ताओं ने जनगीतों और भाषणों के माध्यम से राज्य में सत्तारूढ़ सरकारों पर राज्य की अवधारणा को खत्म करने और खटीमा, मंसूरी , मुजफ्फरनगर कांड के अभियुक्तों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। राज्य आंदोलनकारियों ने सरकार पर शिक्षा, चिकित्सा छीनने, गैरसैंण राजधानी घोषित न करने, रोजगार उपलब्ध न कराने और प्राकृतिक संसाधनों की लूट करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने जनता से एक बार फिर से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। यहां सभासद भुवन डंगवाल, हरीश जोशी, सरस्वती जोशी, कौशल्या, मनमोहन अग्रवाल, लालमणि, हरीश भट्ट, चंद्रशेखर जोशी, नवेंदु मठपाल, अनिल अग्रवाल, हाफिज सईद अहमद, निशांत पपनै, रईश अहमद, फजल खान, नबाब अहमद, हरिमोहन मोहन, इंदर सिंह मनराल, पान सिंह नेगी आदि आदि मौजूद रहे।