रामनगर शहर में हर जगह गंदगी का अंबार
रामनगर नगर पालिका की लापरवाही के चलते सात दिन बाद भी शहर का कूड़ा नहीं उठ सका। इसके चलते शहर के गली- मोहल्लों में कूड़े के ढेर बजबजा रहे हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके...
रामनगर नगर पालिका की लापरवाही के चलते सात दिन बाद भी शहर का कूड़ा नहीं उठ सका। इसके चलते शहर के गली- मोहल्लों में कूड़े के ढेर बजबजा रहे हैं। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद पालिका अधिकारी कूड़ा निस्तारण को जगह खोजने के नाम पर खानापूर्ति करते दिखाई दे रहे हैं।
बीते 16 अक्तूबर को सावल्दे के ग्रामीणों ने गांव की खाली पड़ी भूमि पर पालिका को कूड़ा नहीं फेंकने दिया था। इसके चलते पालिका की एक दर्जन से अधिक कूड़ा वाहन वापस पालिका आ गई। बीते सात दिनों से पालिका को कूड़ा निस्तारण की जगह नहीं मिल पाई है। मंगलवार को रोजाना की तरह कूड़े का निस्तारण नहीं होने से रामनगर शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहे। हालात ऐसे हो गये हैं कि लोग मुंह पर कपड़ा रखकर निकलते दिखाई दिए। साथ ही कॉर्बेट और उससे सटे पर्यटन जोन में सैलानी भी कूड़ा नहीं उठने से परेशान दिखे।
कूड़े को ढकने की व्यवस्था भी हवा हवाई
शहर में पालिका 16 अक्तूबर से कूड़ा निस्तारण नहीं कर रही है। खुले में पड़े कूड़े को कुछ दिन पहले पालिका ने तिरपाल से ढकने की व्यवस्था की थी, ताकि दुर्गंध बाहर नहीं फैल सके, लेकिन अब कई जगहों पर खुले में कूड़ा फेंका जा रहा है। ऐसे में बीमारियों के बढ़ने का खतरा बढ़ गया है।
सात दिनों में 30 से 40 टन कूड़े के ढेर
नगर पालिका के अधिकारियों के अनुसार सात दिनों में शहर में 30 से 40 टन कूड़ा एकत्रित हो गया है। निस्तारण के लिए भूमि की खोज चल रही है। सावल्दे में जिस जगह कूड़ा फेंका जाता था, वह सरकारी भूमि थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के चलते कूड़ा नहीं उठाया जा सका है।
तराई पश्चिम वन विभाग की जमीन पर ट्रंचिंग ग्राउंड बनाने की पहल की जा रही है, इस संबंध में वन विभाग से वार्ता चल रही है। जल्द पालिका को अपना ट्रंचिंग ग्राउंड मिल जाएगा। शहर में कई टन कूड़ा पड़ा हुआ है। निस्तारण के प्रयास किए जा रहे हैं।
- भरत त्रिपाठी, ईओ पालिका, रामनगर।