उत्तराखंड में जारी रहेगा बारिश का दौर, देहरादून-नैनीताल समेत 3 जिलों में बौछारों के आसार
- बारिश का दौर रुकने से बाजार में भी खासी चहल-पहल रही। दो दिन से सुनसान पर्यटक स्थल भी गुलजार नजर आए। रविवार को धूप खिलने के साथ ही तापमान भी पांच डिग्री बढ़ गया है। अभीतक 25 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा रहा पारा 30 डिग्री तक पहुंचा।
Uttarakhand Weather: उत्तराखंड के देहरादून, नैनीताल एवं पिथौरागढ़ जिलों में सोमवार को कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार है। मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि गर्जना के साथ बौछारें भी पड़ सकती है। उधर, रविवार को प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश हुई। वहीं मैदानों में दिनभर धूप खिली रही। शाम को हल्की बूंदाबांदी कई जगहों पर हुई।
देहरादून में तीन डिग्री बढ़ा पारा
रविवार को धूप निकलने मैदानी इलाकों में तापमान में इजाफा हुआ। दून में तापमान जहां शनिवार को 28.1 डिग्री सेल्सियस था। वह रविवार को बढ़कर सामान्य से एक डिग्री ज्यादा 31.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
ऋषिकेश में 48 घंटे बाद बारिश थमने से राहत
ऋषिकेश में पिछले 48 घंटों से जारी बारिश का सिलसिला रविवार सुबह थम गया, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। दोपहर बाद चटक धूप भी खिली, जिससे एक बार फिर लोगों को हल्की गर्मी महसूस हुई, लेकिन दिन ढलने के साथ ही फिर से लोगों को मौसम में ठंडक महसूस हुई।
बारिश का दौर रुकने से बाजार में भी खासी चहल-पहल रही। दो दिन से सुनसान पर्यटक स्थल भी गुलजार नजर आए। रविवार को धूप खिलने के साथ ही तापमान भी पांच डिग्री बढ़ गया है। अभीतक 25 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा रहा पारा 30 डिग्री तक पहुंचा।
हल्की गर्मी में उसम ने भी लोगों को थोड़ा परेशान किया, लेकिन दिन ढलने के बाद फिर से लोगों को ठंडक का अहसास हुआ। त्रिवेणीघाट, तिलक रोड, देहरादून रोड, मुखर्जी मार्ग, हरिद्वार रोड के बाजार में सुबह से लेकर शाम तक चहल-पहल रही, तो रामझूला, जानकी सेतु व आसपास के पर्यटक स्थलों पर भीड़भाड़ नजर आई।
गंगा और सहायक नदियों में घटा पानी
बारिश से उफान पर चल रही गंगा का जलस्तर भी सामान्य रहा। सोमवार को गंगा सुबह से ही चेतावनी निशान से नीचे बहीं। हालांकि, मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।
कृषि वैज्ञानिक बोले,बारिश से फसलों को फायदा
दो दिन की बारिश से फसलों को किसी तरह का नुकसान होने से कृषि विभाग ने इनकार किया है। विभाग की मानें, तो यह फसलों के लिए लाभकारी है। सहायक कृषि अधिकारी डीएस असवाल ने बताया कि किसी खेत में जमा बरसाती पानी की निकासी होने से फसल को जरूर नुकसान हो सकता है। बताया कि इस सीजन में ज्यादातर क्षेत्र में धान, उड़द, दलहन और गन्ने की फसल उगाई जाती है। ऐसे में बारिश से इन फसलों को फायदा हुआ।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।