पहाड़ों पर बारिश के बाद गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के पार, बाढ़ चौकियों पर जारी अलर्ट
- यूपी सिंचाई विभाग के जेई हरीश कुमार ने बताया कि शनिवार सुबह तीन बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के ऊपर पहुंच गया था। गंगा का चेतावनी निशान 293 मीटर और खतरे का निशान 294 मीटर पर है।
उत्तराखंड के पहाड़ों में बारिश के बाद गंगा समेत अन्य जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नदियों के जलस्तर बढ़ने के बाद पुलिस-प्रशासन भी सतर्क हो गया है। लोगों को गंगा घाटों के पास नहीं जाने की सख्त सलाह भी दी गई है।
हरिद्वार के भीमगोड़ा बैराज पर शनिवार को सुबह तीन बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के ऊपर पहुंच गया। तीन बजे बैराज पर गंगा का जल स्तर 293.10 मीटर रिकॉर्ड हुआ। पहाड़ों पर भारी बारिश के बाद श्रीनगर डैम से गंगा में अतिरिक्त जल छोड़ा गया था।
इस दौरान बैराज से निचले इलाकों में पानी की अधिकतम निकासी 159783 क्यूसेक तक रही। इसके बाद निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया। भीमगोड़ा बैराज पर गंगा का जल स्तर शुक्रवार दिन में बढ़ना शुरू हो गया था।
शनिवार सुबह तीन बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान को पार कर गया। सुबह तीन बजे गंगा खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर नीचे बहने लगी। इसके बाद सुबह आठ गंगा का जलस्तर 29.15 मीटर रिकॉर्ड हुआ।
हालाकि दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर घट कर 292.90 दर्ज हुआ। गंगा का जल स्तर बढ़ने के बाद गंगा के तटवर्ती और निचले इलाकों में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया। डीएम कमेंद्र सिंह ने सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड़ पर रहे के निर्देश दिए।
साथ ही सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर रखा गया। गंगा के किनारे रहने वालों लोगों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचने का आग्रह किया गया। इस दौरान डीएम ने गंगा के जलस्तर पर नजर बनाए रखी। यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारी भी डीएम को देते रहे।
यूपी सिंचाई विभाग के जेई हरीश कुमार ने बताया कि शनिवार सुबह तीन बजे गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के ऊपर पहुंच गया था। गंगा का चेतावनी निशान 293 मीटर और खतरे का निशान 294 मीटर पर है। जल स्तर बढ़ने के बाद गंगा में अधिकतम 159783 क्यूसिक पानी का डिस्चार्ज किया गया। रात दो बजे के बाद जल स्तर घटना शुरू हुआ।
गंगनहर बंद होने से हरकी पैड़ी पर कापी घट गया पानी
हरिद्वार में गंगनहर में शुक्रवार सुबह सिल्ट की मात्रा 7500 पीपीएम से अधिक होने के बाद यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने भीमगोड़ा बैराज लिंक चैनल से गंगनहर को बंद कर दिया। गंगनहर में सिल्ट की मात्रा शनिवार को सुबह 10 बजे 9570 पीपीएम रिकॉर्ड हुई।
दोपहर 12 बजे सिल्ट की मात्रा बढ़ कर 11450 पीपीएम दर्ज हुई। सिल्ट की मात्रा बढ़ने के कारण शनिवार को भी नहर में जल की निकासी शुरू नहीं की गई। पहाड़ों में हो रही बारिश के बाद हरिद्वार में गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद गंग नहर में सिल्ट की मात्रा बढ़ गई। सिल्ट बढ़ने के बाद नहर को शुक्रवार सुबह बंद किया गया। नहर बंद होने के बाद शनिवार को हरकी पैड़ी पर जल की मात्रा एक फिट रह गई।
यूपी सिंचाई विभाग के जेई दिनेश कुमार वर्मा ने बताया कि शुक्रवार सुबह से गंगनहर में प्रति घंटा सिल्ट की मात्रा में बढ़ोतरी होती रही। सिल्ट बढ़ने के बाद गंग नहर को बंद किया गया था। लिंक चैनल बंद होने पर भी भागीरथी बिंदु से हरकी पैड़ी पर जल पहुंचता है।
शनिवार को सुबह से दोपहर तक नहर में सिल्ट बढ़ती रही। नहर में सिल्ट की मात्रा पांच हजार पीपीएम तक घटने के बाद गंग नहर को दोबारा खोला जाएगा।
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