रामा-रामा रटते-रटते बीती रे उमरिया...
नगर के रामलीला मैदार सदर में बीती रात रामलीला का शुभारंभ पूर्व पालिकाध्यक्ष जगत सिंह खाती, भाजपा जिला मंत्री कमल पुनेड़ा, प्रधानाचार्य जीवन चंद्र...
सीमांत में रामलीला की धूम मची हुई है। जिला मुख्यालय के साथ ही बेरीनाग, गंगोलीहाट सहित अस्कोट में रामलीला का मंचन हो रहा है। कलाकारों की संदुर प्रस्तुति दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रही है।
नगर के रामलीला मैदार सदर में बीती रात रामलीला का शुभारंभ पूर्व पालिकाध्यक्ष जगत सिंह खाती, भाजपा जिला मंत्री कमल पुनेड़ा, प्रधानाचार्य जीवन चंद्र जोशी ने किया। इस दौरान उन्होंने आमजन से भगवान श्रीराम के आदर्शो पर चलने को कहा। बाद में कलाकारों ने राम-लक्ष्मण का शबरी के आश्रम पहुंचना,राम-सुग्रीव मित्रता, बाली वध, सुग्रीव का राज्यभिषेक, हनुमान का राम की अंगुठी लेकर लंका को रवाना होने तक का मंचन किया। शबरी की भूमिका में माही जोशी, हनुमान नीरज जोशी, बाली आशीष पुनेठा, सुग्रीव कार्तिक पंगरिया ने निभाई।
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शिवधनुष को टूटा देख परशुराम को आया क्रोध
गंगोलीहाट। नगर में श्री महाकाली दरबार रामलीला की ओर से आयोजित रामलीला के तीसरे दिन की शुरूआत परशुराम-लक्ष्मण का संवाद से हुई। बीती रात मुख्य अतिथि के तौर पर रेणु साह व सुरेंद्र बिष्ट मौजूद रहे। कमेटी के अध्यक्ष हेमराज रावल ने बैज अलंकृत कर दोनों का स्वागत किया। बाद में कलाकारों ने शिव धनुष को टूटा देख भगवान परशुराम को क्रोधित होने, राम का क्षमा मांगने, राम का अपना विराट रूप दिखाने, राम-सीता विवाह से लेकर कैकई-मंथरा का संवाद तक का मंचन किया। परशुराम के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा। इससे पूर्व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के बच्चों ने छोलिया नृत्य प्रस्तुत किया। दशरथ की भूमिका में कैलाश सिंह, कैकई कमल रावल, मंथरा कमलेश उप्रेती व पंकज उप्रेती परशुराम के किरदार में नजर आए।
