भुरमुनी-छेड़ा मार्ग में एक सप्ताह बाद भी नहीं बदले हालात
भुरमुनी के ग्रामीण प्रशासन की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण जान जोखिम में डालकर आवजाही करने को मजबूर हैं। स्थानीय निवासी एडवोकेट पंकज खड़ायत ने बताया...
भुरमुनी के ग्रामीण प्रशासन की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण जान जोखिम में डालकर आवजाही करने को मजबूर हैं। स्थानीय निवासी एडवोकेट पंकज खड़ायत ने बताया बीते दिनों हुई बारिश के बाद भुरमुनी-छेड़ा मार्ग में सड़क का आधा हिस्सा गायब हो गया है। इससे ग्रामीणों के लिए इस मार्ग में आवाजाही करना खासा मुश्किल हो रहा है। कहा इस संबंध में कई बार लोनिवि के अधिकारियों को सूचना दे चुके हैं, लेकिन उनकी बातों को विभागीय अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कहा दैनिक वस्तुओं से लेकर अन्य जरूरी सामाग्री व कार्यों के लिए जिला मुख्यालय पर निर्भरता के कारण ग्रामीण क्षतिग्रस्त मार्ग से ही आवाजाही करने को मजबूर हैं। कहा इससे दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मार्ग को जल्द से जल्द दुरस्त करने की मांग की है।