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लोकसंगीत से जुड़कर होता है समाज का विकास

भाव राग ताल नाट्य अकादमी की ओर से भाटकोट में लोकसंगीत कार्याशाला का आयोजन किया गया। जिसमें युवा कलाकारों ने पहाड़ी सहित अन्य लोकगीतों की मनमोहकर...

लोकसंगीत से जुड़कर होता है समाज का विकास
हिन्दुस्तान टीम,पिथौरागढ़Sun, 26 Sep 2021 08:30 PM
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भाव राग ताल नाट्य अकादमी की ओर से भाटकोट में लोकसंगीत कार्याशाला का आयोजन किया गया। जिसमें युवा कलाकारों ने पहाड़ी सहित अन्य लोकगीतों की मनमोहकर प्रस्तुति दी। अकादमी के सदस्यों ने कहा लोकसंगीत से जुड़कर अच्छे समाज का विकास संभव है।

पिथौरागढ़ में भाव राग ताल नाट्य अकादमी की ओर से लोकसंगीत को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया। निर्देशक कैलाश कुमार ने कहा लोकसंगीत के माध्यम से युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। आज का युवा पाश्चात्य सभ्यता की ओर बढ़ अपनी धार्मिक व सांस्कृतिक परंपराओं को भूल रहा है। लोकसंगीत कार्यशाला के माध्यम से बच्चों को कला सीखने के साथ ही उत्तराखण्ड की संस्कृति के बारे में नजदीक से जानने का मौका मिल रहा है। इस प्रकार की कार्यशालाओं से कलाकारों में उत्साहवर्धन रहता है। इस दौरान कलाकारों ने विभिन्न कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में धीरज कुमार लोहिया, विकास भट्ट, जितेंद्र धामी, दीपक मण्डल, अनीता बिटालू, प्रीति रावत, निशा, सपना, तनुजा सहित अन्य कलाकार मौजूद रहे।

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