पिथौरागढ़ में एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल से दिक्कत
दो सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार पर चल रहे एनएचएम कर्मियों के कारण सीमांत क्षेत्र में वैक्सीनेशन से लेकर कोविड सैंपलिंग का कार्य बुरी तरह...

दो सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार पर चल रहे एनएचएम कर्मियों के कारण सीमांत क्षेत्र में वैक्सीनेशन से लेकर कोविड सैंपलिंग का कार्य बुरी तरह प्रभावित हो गया है। हालात यह हैं कि कर्मियों के कारण जनपद में कोविड के कितने मामले सामने आ रहे हैं, इसका डाटा रखने वाला भी कोई नहीं है। जिले भर में कार्यरत 200 से अधिक कर्मचारी इन दिनों अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं।
सोमवार को सातवें दिन भी एनएचएम कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी रहा। कर्मियों ने टकाना स्थित रामलीला मैदान में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और बाद में धरने में बैठ गए। उन्होंने कहा वे लंबे समय से ग्रेड वेतनमान और नौकरी अवधि की समयसीमा 60 वर्ष करने की मांग उठा रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। कहा हरियाणा में एनएचएम कर्मियों को ग्रेड वेतनमान की सुविधा दी जा रही है। जबकि असम में कर्मियों को 60 वर्ष की सेवा का लाभ दिया जा रहा है। इसके विपरीत उत्तराखंड में ऐसा नहीं है। इस दौरान उन्होंने सरकार से हरियाणा और असम की तर्ज पर एनएचएम कर्मियों को सुविधा देने और एनएचएम में आउटसोर्स प्रकिया को समाप्त करने की मांग की। साथ ही नियुक्त हुए कार्मिकों को एनएचएम में समायोजित करने के भी मांग की। चेतावनी देते हुए कहा मांग पूरी होने तक वे पीछे नहीं हटेंगे।
