70 दिन बाद भी नहीं बन पाया नजंग-लखनपुर मार्ग
धारचूला में आपदा के 70 दिन बाद भी नजंग लखनपुर मार्ग नहीं बन पाया है। इससे दस हजार से अधिक की आबादी को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही...
धारचूला में आपदा के 70 दिन बाद भी नजंग लखनपुर मार्ग नहीं बन पाया है। इससे दस हजार से अधिक की आबादी को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है। मार्ग नहीं बनने से व्यास घाटी के सात गांव के लोग परेशान है। भारत चीन व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। धारचूला में दो जुलाई की आपदा के बाद भी लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई। नजंग लखनपुर पैदल मार्ग नहीं बनने से व्यास घाटी के गर्ब्यांग, नपलच्यू, गुंजी, कुटी, बूंदी, नाबी और रौंगकांग के ग्रामीणों जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है। लखनपुर से मालपा के बीच अभी भी सड़क मार्ग बदहाल हैं। इन मार्गों में आवाजाही करना खतरों से खेलने के बराबर है। भारत चीन व्यापार के अध्यक्ष जीवन रौंकली ने कहा कि सड़क खराब होने से व्यापारियों का सामान कई जगह मार्गों में फंसा हुआ है। इससे व्यापार को नुकसान हो रहा है। प्रशासन और ग्रिफ के आश्वासन के बाद भी हालत नहीं सुधर पाए हैं। पूर्व अध्यक्ष रं संस्था अशोक नबियाल ने कहा कि सड़क मार्ग खराब होने से व्यास घाटी में खाद्य सामग्री समय पर नहीं पहुंच पा रही है। इससे लोगों को दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है।