मैडम आपदा काल में चार महीने कैद रहते हैं हम
पिथौरागढ़। मैडम आपदा काल में चार महीने कैद रहते है हम, यह कहना है मुनस्यारी टांगा के आपदा प्रभावितों का। 115 किमी दूर से जिला मुख्यालय पहुंचे...
पिथौरागढ़, संवाददाता। मैडम आपदा काल में चार महीने कैद रहते है हम, यह कहना है मुनस्यारी टांगा के आपदा प्रभावितों का। 115 किमी दूर से जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने डीएम रीना जोशी को अपना दर्द सुनाया। उन्होंने कहा कि आपदा के चार साल से अधिक समय गुजरने के बावजूद प्रशासन एक पैदल पुल का निर्माण नहीं कर सका है। मानसून काल में नदी का जलस्तर अधिक होने से गांव में आवाजाही पूरी तरह बंद हो जाती है।
गुरुवार को जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया के नेतृत्व में टांगा के ग्रामीण डीएम से मिले। इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव में 1100 से अधिक लोग रहते हैं। वर्ष 2018 में आई आपदा से गांव को जोड़ने वाला एकमात्र पैदल पुल बह गया, जो अब तक नहीं बन सका है। आवाजाही के लिए लोनिवि ने उन्हें गरारी उपलब्ध कराई है, लेकिन मानसून काल के दौरान उसमें आवाजाही करना जान खतरे में डालना है। कई लोग अब तक चोटिल भी हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान सेराघाट का नाला उफान पर रहता है। ऐसे में गांव में आवाजाही पूरी तरह से बंद हो जाती है। गांव से न तो कोई बाहर आ पाता है और न ही कोई बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश करता है। करीब चार माह तक वे गांव में रहकर ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं। जलस्तर कम होने के बाद ही वे आवाजाही करते हैं। पुल न बनने से स्कूल बच्चों को भी खासी दिक्कत उठानी पड़ रही है। कहा कि मोटर पुल का निर्माण कार्य भी सात साल से अधर में लटका हुआ है। इसके अलावा ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन लोदीधुरा तोक को योजन का लाभ न देने का आरोप लगाया है। डीएम ने लोनिवि डीडीहाट के अधिकारियों को शीघ्र मोटर पुल निर्माण करने, गरारी को दुरस्त करने के लिए आपदा मद से प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं।
ये रहे शामिल
ग्राम प्रधान सुनीता परिहार, गोविंद सिंह परिहार, भवान सिंह परिहार, पूर्णिमा देवी मेहता, देवेन्द्र सिंह राणा, दीपक परिहार