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प्रभु होके मुदित मोहे वर दीजे, जो हित कीरती होय जगत में

जिले भर में चौथे दिन रामलीला की धूम मची रही। लोग देर रात तक रामलीला मंचन को देखने के जुटे रहे। जिला मुख्यालय में रामलीला की सदर में कैकई मंथरा और दशरथ कैकेयी संवाद के दृश्यों का शानदार मंचन किया...

प्रभु होके मुदित मोहे वर दीजे, जो हित कीरती होय जगत में
हिन्दुस्तान टीम,पिथौरागढ़Sun, 14 Oct 2018 04:47 PM
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जिले भर में चौथे दिन रामलीला की धूम मची रही। लोग देर रात तक रामलीला मंचन को देखने के जुटे रहे। जिला मुख्यालय में रामलीला की सदर में कैकई मंथरा और दशरथ कैकेयी संवाद के दृश्यों का शानदार मंचन किया गया। जहां राजा दशरथ राम के राज्याभिषेक की घोषणा की तो प्रजा में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। दासी मंथरा रानी कैकई का दिमाग हर कर भरत के लिए राज्य मांगने की सलाह देती है। कैकेयी मंथरा और दशरथ कैकेयी संवाद ने दर्शकों का मन मोह लिया। जिसमें कैकई राजा दशरथ से प्रभु होके मुदित मोहे वर दीजे, जो हित कीरती होय जगत में, अपयश हाथ न आय जगत में। दो वर दो मोहे यश लीजे प्रभु, होके मुदित मोहे हर दीजे। राम जाए वन चौदह बरस को, कभी न देखे किसी नगर को का शानदार मंचन किया गया। टकाना की रामलीला में कैकई मंथरा से लक्ष्मण सुमित्रा संवाद के दृश्यों का मंचन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य हीरा बल्लभ पांडेय ने रामलीला कमेटी की सराहना की। कलाकारों ने कैकई मंथरा, कैकई का कोप भवन में जाना, दशरथ कैकई, राम कैकई, राम कौशल्या, राम लक्ष्मण संवादों का सुंदर मंचन किया गया।

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