गीतों के जरिए रं संस्कृति को समाज से रूबरू करा रहे कमलजीत
धारचूला के कमलजीत ढकरियाल अपनी संस्कृति व पहचान को समाज से रूबरू कराने के लिए आगे आए हैं। वे रं बोली में गीत गाकर अपनी संस्कृति को लोगों के सामने रख...
धारचूला के कमलजीत ढकरियाल अपनी संस्कृति व पहचान को समाज से रूबरू कराने के लिए आगे आए हैं। वे रं बोली में गीत गाकर अपनी संस्कृति को लोगों के सामने रख रहे हैं। उनके गीतों को सोशल मीडिया में भी खूब सराहा जा रहा है। रं समुदाय के लोगों ने उनकी इस पहल की सराहना की है।
रं बोली में कमलजीत का गाना गुगो ला चु चुड़ी छाया हुआ है। सोशल मीडिया में भी गाने को लोग बेहद पंसद कर रहे हैं। नरेंद्र सिंह ग्वाल ने बताया कि रं संस्कृति को पहचान दिलाने के लिए कमलजीत लंबे समय से प्रयासरत हैं। उनका मानना है कि उनकी संस्कृति ही उनकी पहचान है। पूर्वजों से मिली विरासत आगे आने वाली पीढ़ियों तक भी पहुंचे, इसके लिए उन्होंने गीत को माध्यम बनाया है। उन्होंने गीत के माध्यम से लेागों को रं समुदाय के संस्कृति के बारे में बताने की कोशिश की है। रं समुदाय के लोगों ने भी उनकी इस पहल को सराहते हुए कहा कि अपनी संस्कृति का अस्तित्व बनाए रखने के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए।