धारचूला में 13घंटे तक खतरे के निशान से उपर बहती रही काली
धारचूला में 13घंटे तक काली नदी खतरे के निशान से उपर बहती रही। इससे पूरे नगर के एक हिस्से को खतरा पैदा हो गया...
धारचूला में 13घंटे तक काली नदी खतरे के निशान से उपर बहती रही। इससे पूरे नगर के एक हिस्से को खतरा पैदा हो गया है।
काली के कहर के बाद यहां घटखोला में पानी सुरक्षा वॉल को क्रास कर उसके उपर से बह रहा है। नदी अभी भी चेतावनी स्तर से उपर बह रही है। 2013की आपदा के बाद पहला मौका है जब काली नदी इतना रौद्र रुप धारण किए हुए है। इससे यहां तल्ली बाजार को गंभीर खतरा हो गया है। खोतिला, रांथी, बलुवाकोट, छारछुम, नया बस्ती, गोठी में भी लोगों को खतरा हो गया है। 70 से अधिक मकान नदी के कटाव के कारण खतरे की जद में आ गए हैं। फिलहाल किसी भी तरह का नुकसान नहीं होने से राहत है।इसके बावजूद लोग लगातार नदी के प्रवाह से डरे हुए है। नदी किनारे पक्के तटबंध बनाए गये होते तो नगर के साथ ही बड़ी आबादी को खतरे के साये में नहीं रहना पड़ता।