अगस्त क्रांति पर याद किए गए स्वतंत्रता सेनानी
सीमांत में आयोजित अगस्त क्रांति कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया। वक्ताओं ने प्रशासन के सहयोग न मिलने पर नाराजगी जताई। सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी गई।...
सीमांत में अगस्त क्रांति पर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया। शुक्रवार को जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के कारण आज लोग आजादी की खुली फिजाओं में सांस ले रहे हैं। उन्होंने कार्यक्रम में प्रशासन की ओर से सहयोग न मिलने पर भी नाराजगी जताई। नगर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा और महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। वक्ताओं ने कहा कि अगस्त क्रांति भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ का प्रतीक है। जिसने औपनिवेशिक शासन के खिलाफ लड़ाई को मजबूत किया।संगठन के अध्यक्ष मनोहर सिंह खाती ने कहा कि 20 सालों से अगस्त क्रांति का कार्यक्रम पालिका सभागार में ही आयोजित होता था, लेकिन इस बार प्रशासन ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। मजबूरन सुभाष चौक में कार्यक्रम करना पड़ा। कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर प्रशासन की ओर से बुलाए जाने पर स्वतंत्रता सेनानी व उत्तराधिकारी कोई भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेगा। संगठन स्वयं आजादी का पर्व मनाएगा। इससे पूर्व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वीरांगनाओं को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। मंडप विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए। संचालन शिक्षक राजेश मोहन उप्रेती ने किया।
इस दौरान केशव दत्त भट्ट, गोविंद सिंह चौहान, कृष्णानंद भट्ट, कैलाश लाल साह, डॉ. जीके शर्मा, नारायण सिंह दसौनी, पूरन चंद्र मखौलिया, कल्याण सिंह दिगारी, पंकज भट्ट, रोहित चौहान, विक्रम सिंह दिगारी, विद्या सागर पांडे, प्रेम चंद, हरीश चंद्र पंत, रमेश चंद्र शर्मा, लक्ष्मी दत्त कापड़ी आदि रहे।
मोहनी देवी को घर जाकर किया सम्मानित
पिथौरागढ़। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. गंगा दत्त शर्मा की 92 वर्षीय पत्नी मोहनी देवी को संगठन ने उनके घर जाकर सम्मानित किया। राजेश मोहन उप्रेती के नेतृत्व में लोग उनके आवास पहुंये। यहां उन्होंने शॉल ओढ़ाकर उन्हें सम्मानित किया गया।
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