राम शबरी संवाद का किया भावपूर्ण मंचन
पौड़ी। बोल बोल कागा मेरे राम कब आयेंगे शबरी का भावपूर्ण मंचन और राम शबरी संवाद ने रामलीला की सातवीं संध्या को यादगार बना दिया। शबरी की भूमिका में...

बोल बोल कागा मेरे राम कब आयेंगे शबरी का भावपूर्ण मंचन और राम शबरी संवाद ने रामलीला की सातवीं संध्या को यादगार बना दिया। शबरी की भूमिका में प्रीती का जीवंत अभिनय दर्शकों को खूब भाया।
लीला का शुभारम्भ मां काली की स्तुति माता कालिका की स्तुति से शुरू हुई। काली मां की भूमिका अंशुमन और शिव की भूमिका राघव शर्मा ने निभाई। नृत्य निर्देशक सुनील रावत और पावनी बहुगुणा ने भाव नृत्य की सुन्दर प्रस्तुति दी। रामलीला राम शबरी संवाद से शुरू होती हुईं हनुमान राम वार्तालाप, राम सुग्रीव मित्रता, बाली सुग्रीव युद्ध, बाली मरण व तारा विलाप, अंगद का राज तिलक, राम लक्ष्मण संवाद, सुग्रीव लक्ष्मण संवाद, राम का हनुमान को अंगूठी देना, हनुमान का सीता जी की खोज में जाना तक मंचित की गई। हनुमान की भूमिका डा. मदन मोहन नौडियाल, बाली की भूमिका प्रज्वल, सुग्रीव शुभम् बिष्ट, तारा कशिश, जामवंत भोला ने निभाई। पार्श्व गायन गौरी शंकर थपलियाल, मनोज रावत अंजुल, सर्वेंद्र रावत, कमल किशोर, इंद्र मोहन चमोली, प्रीति ,सोनिका गैरोला और कनिष्का लिंगवाल ने किया। मंच निर्देशन सुबोध रावत और सह निर्देशन हिमांशु चौहान कर रहे हैं। इससे पूर्व मुख्य अतिथि नीतिप्रकाश बड़थ्वाल आरती में शामिल हुए उन्होंने रामलीला समिति के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि आम जनमानस को पौराणिक महत्व के इस आयोजन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए और समिति के उत्साह वर्धन करने में तन ,मन, धन से सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर विमल बहुगुणा, जसपाल रावत, गिरीश बर्थवाल, कुरा देवी आदि मौजूद थे। मंच संचालन वीरेंद्र खांकरियाल ने किया।
