धर्म स्थापना को अवतार लेते हैं भगवान: आचार्य सेमवाल
भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान अपने भक्तों की पीड़ा दूर करने, साधु संतों की...
रुड़की, संवाददाता
सिविल लाइंस स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में भागवत कथा के चौथे दिन कथा व्यास आचार्य रमेश सेमवाल ने भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि भगवान अपने भक्तों की पीड़ा दूर करने, साधु संतों की रक्षा, धर्म की स्थापना और आसुरी शक्ति का विनाश के लिए अवतार लेते हैं।
जब जब अधर्म बढ़ता है तब तब भगवान अवतार धारण कर संसार में धर्म की स्थापना करते हैं। कथा व्यास ने कहा कि जब धरती पर कंस के अत्याचार बढ़ गए उसने देवकी और वासुदेव को बंदी बना लिया। संसार में अत्याचार करने लगा धर्म के कार्य बंद करा दिए। ऋषि-मुनियों को परेशान करने लगा। तब भगवान श्रीकृष्ण का अवतार भादो के मास अष्टमी तिथि को हुआ। भगवान श्री कृष्ण ने कंस का वध किया और धर्म की स्थापना की। भगवान भक्तों के अधीन रहते हैं। भक्तों की पीड़ा का निवारण करते हैं। हमें निरंतर भगवान की भक्ति करनी चाहिए। कलयुग में भक्ति ही एकमात्र सहारा है। जो प्राणी निरंतर भगवान की आराधना करते हैं उपासना करते हैं भगवान की उन पर कृपा होती है। इसलिए हमें सत कर्मों के द्वारा भगवान को प्रसन्न करना चाहिए। बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए। इस दौरान पीयूष, सचिन गुप्ता, मुदित गर्ग, दिनेश अग्रवाल, सौरभ भूषण शर्मा, पंकज सैनी, विकास शर्मा, प्रीति मित्तल, मोना मित्तल, सुलक्ष्णा सेमवाल, आदिति सेमवाल, नरेश शास्त्री, मुकेश शास्त्री, संजीव शास्त्री आदि मौजूद रहे।