
तीन दिन पहले नेपाल गए थे यूपी के पवन कुमार, हिंसा-आगजनी में कैसे बचाई जान; आपबीती
संक्षेप: Nepal Violence: नेपाल में हिंसा और आगजनी की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। तीन दिन पहले यूपी के पवन कुमार नेपाल गए थे। उन्होंने बताया कि हिंसा की घटनाओं से वे डर गए थे, किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
Nepal Violence: पड़ोसी देश में अचानक बिगड़े हालात से सिर्फ नेपाल ही नहीं सीमा पर रह रहे लोगों में भी दहशत है। सड़कों पर टायर जल रहे थे, सरकारी इमारतें धधक रही थीं और हर तरफ अफरा-तफरी मची थी। इन्हीं हालातों के बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले व्यापारी पवन कुमार उन लोगों में हैं, जिन्होंने किसी तरह भागकर भारतीय सीमा में दाखिल होकर अपनी जान बचाई।

मुरादाबाद के व्यापारी पवन कुमार ने बताया कि वे तीन दिन पहले व्यापार के सिलसिले में महेंद्रनगर गए थे। मंगलवार को हालात अचानक बिगड़ गए। प्रदर्शनकारियों ने बाजार बंद करा दिए, टायर जलाकर सड़कें जाम कर दीं और सरकारी भवनों में आग लगाने की खबरों से दहशत फैल गई। यातायात पूरी तरह ठप होने पर पवन कुमार ने पैदल भारत लौटने का फैसला किया और करीब 7 किमी पैदल चलकर किसी तरह भारतीय सीमा तक पहुंचे। इसके बाद वे वाहन से बनबसा पहुंचे और राहत की सांस ली।
हिंसा की चपेट में परिवार
इसी तरह अतरिया नेपाल निवासी दीपेंद्र छेत्री भी अपने परिवार के साथ भयभीत होकर बनबसा पहुंचे। दीपेंद्र पत्नी प्रमिला, चार साल के बेटे शिवम और 10 माह के बेटे सुमित के साथ रुद्रप्रयाग जाने के लिए निकले थे, लेकिन महेंद्रनगर पहुंचते ही बवाल भड़क गया। प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क जाम किए जाने से उनका परिवार बीच रास्ते में ही फंस गया। डर और तनाव के माहौल में वे किसी तरह भारतीय सीमा तक पहुंचे और सुरक्षित बनबसा पहुंचे।
गौरतलब है कि नेपाल में ओली सरकार के तख्तापलट और हिंसा-आगजनी के घटनाक्रमों के मद्देनजर उत्तराखंड के तीन सीमावर्ती जिलों चम्पावत, पिथौरागढ़ और ऊधम सिंह नगर में हाईअलर्ट जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नेपाल से लगी सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए। वहां किसी भी असामाजिक या उत्पाती तत्व की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाए।

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