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लधिया नदी पर पुल नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश

लधिया नदी में पुल नहीं होने से ओखलकांडा ब्लॉक के पड़ायल, कुकना और धैना समेत आसपास के दर्जनों गांवों के लोग बारिश के दिनों में जान जोखिम में डालकर लधिया नदी को पार कर गंतव्य तक पहुंचते हैं। बरसात भर...

लधिया नदी पर पुल नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश
हिन्दुस्तान टीम,नैनीतालFri, 04 Sep 2020 07:05 PM
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लधिया नदी में पुल नहीं होने से ओखलकांडा ब्लॉक के पड़ायल, कुकना और धैना समेत आसपास के दर्जनों गांवों के लोग बारिश के दिनों में जान जोखिम में डालकर लधिया नदी को पार कर गंतव्य तक पहुंचते हैं। बरसात भर नदी उफान पर रहती है, ऐसे में नदी पार करना ग्रामीणों के लिए मौत से कम नहीं होता।

शुक्रवार को कुकना की बुजुर्ग महिला चंद्रा देवी (60) पत्नी गणेश राम की तबीयत खराब हो गई। ग्रामीण उसे नदी के रास्ते 12 किमी पैदल चलकर ढोलीगांव अस्पताल ले गये। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता गणेश धौनी, मदन नौलिया, प्रधान उमा देवी, नरेश कुमार आदि ने बताया कि लधिया नदी के कुकना और बैटरी के बीच 70 मीटर पुल निर्माण के लिए वर्ष 2016 में टोकन मनी जारी हुई, लेकिन पुल नहीं बन पाया। पड़ायल, कुकना और धैना समेत आसपास गांवों के दो दर्जनों बच्चे राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कैड़ागांव पढ़ने आते हैं। बीच में लधिया नदी बरसात में उफान पर रहती है, लेकिन पुल नहीं होने से बच्चों और लोगों को नदी तैरकर पार करनी पड़ती है। इससे ग्रामीणों में हर समय दुर्घटनाओं का भय बना रहता है। जनप्रतिनिधियों समेत शासन-प्रशासन से कई बार पुल निर्माण की मांग की जा चुकी है, लेकिन समस्या बरकरार है।

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