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संघर्षों का आवाज रहे डा. शमशेर को श्रद्धांजलि दी

संघर्षों की आवाज कहे जाने वाले दिवंगत डा. शमशेर सिंह बिष्ट को नगर में भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी...

 संघर्षों का आवाज रहे डा. शमशेर को श्रद्धांजलि दी
हिन्दुस्तान टीम,नैनीतालThu, 27 Sep 2018 08:59 PM
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संघर्षों की आवाज कहे जाने वाले दिवंगत डा. शमशेर सिंह बिष्ट को नगर में भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। अध्य्यन चक्र, युगमंच, जन संस्कृति मंच, नैनीताल समाचार, महिला संगठन व पहाड़ संस्था ने इसका आयोजन किया था। मालरोड स्थित नैनीताल प्रेस क्लब में हुए कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।वक्ताओं ने कहा कि चिपको आंदोलन के मुखियाओं में रहे शमशेर सिंह बिष्ट को हमेशा याद किया जाएगा। 1972 के दौरान छात्र जीवन से ही उन्होंने जंगल को बचाने की शुरुआत कर दी थी। गढ़वाल विवि व कुविवि बनाने में भी उनकी विशेष भूमिका रही। उनके नेतृत्व में हुए आंदोलन में विद्यार्थियों ने उस दौरान आगरा विवि के अंतर्गत परीक्षाएं देने से इनकार कर दिया था। जिसके चलते मार्च की परीक्षाएं जुलाई में हुई। 1970 के दौर में वह जेएनयू छोड़कर आए। वह आईपीएफ के अध्यक्ष भी रहे। उत्तराखंड ही नहीं यूपी समेत अन्य प्रांतों में भी बिष्ट को उनके कार्यों के लिए जाना जाता है। शोकसभा में राजीव लोचन साह, प्रो.उमा भट्ट, कैलाश जोशी, अनिल रजवार, दुर्गा सिंह मेहता, सुभाष जोशी, कमल नेगी, शीला रजवार, विनोद पांडे, विश्वनाथ पांडे, अरूण रौतेला, विनीता यशस्वी, अजीम, रोहित कुमार आदि मौजूद रहे।

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