हाईकोर्ट के निर्णय से ग्रामीणों में जगी सड़क की आस
ओखलकांडा के स्यूड़ा-कौंता-पटरानी-हरीशताल मोटर मार्ग निर्माण का काम एक साल में पूरा करने संबंधी हाईकोर्ट के आदेश के बाद क्षेत्र के लगभग 10 हजार ग्रामीणों में सड़क की आस जगी है। हाईकोर्ट के आदेश से...
ओखलकांडा के स्यूड़ा-कौंता-पटरानी-हरीशताल मोटर मार्ग निर्माण का काम एक साल में पूरा करने संबंधी हाईकोर्ट के आदेश के बाद क्षेत्र के लगभग 10 हजार ग्रामीणों में सड़क की आस जगी है। हाईकोर्ट के आदेश से ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों में खुशी है। उनका कहना है कि लसड़क बनने से हरीशताल भी पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित होगा। बता दें कि पूर्व में स्यूड़ा-कौंता, पटरानी-हरीशताल मोटर मार्ग की मंजूरी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत मिली थी। इसके बाद वन मंत्रालय से भी अनापत्ति मिल गई थी। एक साल पूर्व पेड़ों का छपान कार्य समेत टेंडर भी हो चुके थे, लेकिन दो ठेकेदारों के आपसी झगड़े से सड़क का निर्माण कार्य लटक गया। लगभग 32 किमी सड़क निर्माण के लिए 22 करोड़ का बजट मिला है। जिसके बाद विधायक राम सिंह कैड़ा समेत कनिष्ठ प्रमुख डिकर मेवाड़ी, हरीशताल के प्रधान केडी रूबाली, प्रधान कौंता अंजू बिष्ट, पटरानी प्रधान नंदी देवी व ककोड़ की प्रधान विमला देवी ने सड़क निर्माण के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की। बुधवार को हाईकोर्ट के निर्णय की सूचना जैसे ही क्षेत्र के ग्रामीणों को लगी उनमें खुशी की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने विधायक का आभार प्रकट किया है। इधर विधायक राम सिंह कैड़ा ने हाईकोर्ट के निर्णय को जनता की जीत बताया है। इससे क्षेत्र के लगभग 25 गांवों के करीब 10 हजार जनसंख्या लाभान्वित होगी।