नैनीताल व मुक्तेश्वर में भारी ओलावृष्टि से जनजीवन प्रभावित
ओलावृष्टि ने मुसीबतें खासी बढ़ा दी। इस दौरान पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना...
सरोवर नगरी में शुक्रवार को भारी ओलावृष्टि ने मुसीबतें बढ़ा दी। इस दौरान पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। काफी मात्रा में गिरे ओलों से वाहनों के पहिए जाम होने से यातायात भी प्रभावित हुआ। साथ ही ठिठुरन में भी बढ़ोतरी हुई।
नैनीताल में गुरुवार रात से ही बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। इससे मल्लीताल, सात नंबर समेत कई हिस्सों में बिजली भी बाधित रही। शुक्रवार दोपहर बाद करीब आधे घंटे तक भारी ओलावृष्टि रही। इसके बाद पर्यटकों समेत स्थानीय लोगों के अलावा स्कूली बच्चों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ओलों की बरसात के चलते कई स्थानों पर जाम की भी स्थिति बन गई। जिला मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को नगर में अधिकतम तापमान 7 जबकि न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं 21 मिमि बारिश रिकॉर्ड की गई।
पेड़ गिरने से भवन की छत क्षतिग्रस्त
आंधी-तूफान के दौरान मल्लीताल क्षेत्र में पंत सदन स्थित हाईकोर्ट स्टाफ क्वार्टर के ऊपर सुरई का विशालकाय पेड़ गिर गया। इससे हाईकोर्ट के कर्मचारी उमेश पाल और मीर आलम की छत क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद तिवारी ने टीम के साथ मौके पर पहुचकर पेड़ हटाने की कार्रवाई शुरू की।
ओलावृष्टि में गिरकर दो घायल
सात नंबर निवासी प्रसून रावत और स्टोनले कंपाउंड निवासी दिपेश कुमार ओलावृष्टि के दौरान फिसलने से घायल हो गये। जिनका उपचार बीडी पांडे अस्पताल चल रहा है।
मुक्तेश्वर-पहाड़पानी में फसलों को नुकसान
मुक्तेश्वर और पहाड़पानी में भारी ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। करीब आधे घंटे तक हुई ओलों की बरसात से गेहूं और मटर की फसल बर्बाद हो गई। स्थानीय काश्तकारों ने शासन-प्रशासन ने फसलों के नुकसान का आंकलन कर मुआवजा देने की मांग की है।