कोटद्वार के सिताबपुर में पीने के पानी का संकट
गर्मी की दस्तक से पहले ही जल संस्थान के नलकूपों ने जवाब देना शुरू कर दिया है। सिताबपुर क्षेत्र के अन्तर्गत पिछले तीन दिनों से पानी की एक बूंद भी नहीं टपकी है, जिस कारण लोगों को यहां-वहां भटकना पड़...
गर्मी की दस्तक से पहले ही जल संस्थान के नलकूपों ने जवाब देना शुरू कर दिया है। सिताबपुर क्षेत्र के अन्तर्गत पिछले तीन दिनों से पानी की एक बूंद भी नहीं टपकी है, जिस कारण लोगों को यहां-वहां भटकना पड़ रहा है। सिताबपुर क्षेत्र में नलकूप की मोटर फुंक जाने से नगर क्षेत्र के कई मोहल्लों में पीने के पानी का संकट गहरा गया है। मजबूरी में लोग टैंकर के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। परेशान लोगों का जल संस्थान के खिलाफ भी रोष पनपने लगा है। विभाग पानी वितरण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर रहा है। इससे महिलाओं का गुस्सा भी सातवें आसमान पर पहुंच गया है। नलकूप की मोटर फुंकने के कारण करीब दो हजार से अधिक की आबादी के समक्ष पेयजल की समस्या पैदा हो गई है। इस नलकूप से गौनियाल मार्केट, कामरूप नगर, रिफ्यूजी कॉलोनी, बिजलीघर क्षेत्र आदि में पेयजल आपूर्ति की जाती है। लेकिन पिछले तीन दिनों से ट्यूबवेल की मोटर फुंकने के कारण लोग पानी के लिए तरस गये हैं।स्थानीय निवासी दिनेश नैनवाल, प्रशान्त थपलियाल, रवीन्द्र नेगी, आशीष बौड़ाई, विकास जोशी, नितिन नेगी, रविन्द्र डोबरियाल, नरेन्द्र नेगी, देवेन्द्र बिष्ट, शोभा, साक्षी आदि का कहना है कि पेयजल किल्लत के कारण काफी दिक्कतें आ रही हैं। अगर यही हाल रहा तो स्थिति और विकट हो जायेगी।इनका कहना है...जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एलसी रमोला का कहना है कि नलकूप की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। एक-दो दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी।