ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड कोटद्वारउत्तराखंड को खुशहाल बनाने को एकजुट हों प्रवासी : पदमेन्द्र

उत्तराखंड को खुशहाल बनाने को एकजुट हों प्रवासी : पदमेन्द्र

दुबई स्थित भारतीय दूतावास में उत्तराखंड प्रवासियों के लिए आयोजित होटलियर्स गैट टुगेदर कार्यक्रम में राज्य की विलुप्त होती संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण पर जोर दिया गया। इस मौके पर उत्तराखंड में आने...

उत्तराखंड को खुशहाल बनाने को एकजुट हों प्रवासी : पदमेन्द्र
हिन्दुस्तान टीम,कोटद्वारThu, 16 Aug 2018 02:30 PM
ऐप पर पढ़ें

दुबई स्थित भारतीय दूतावास में उत्तराखंड प्रवासियों के लिए आयोजित होटलियर्स गैट टुगेदर कार्यक्रम में राज्य की विलुप्त होती संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण पर जोर दिया गया। इस मौके पर उत्तराखंड में आने वाली दैवीय आपदा से प्रभावित होने वाले परिवारों की हरसंभव मदद करने का निर्णय भी लिया गया।दुबई में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ हंस कल्चरल सेंटर के उत्तराखंड प्रभारी पदमेन्द्र सिंह बिष्ट, भारतीय दूतावास के उप कान्सलेट संजीव गुप्ता, समाजसेवी चांद मौला बख्श और शेख ने किया। इससे पूर्व हंस संस्था की संस्थापक माता मंगला का संदेश सभी उत्तराखंडवासियों को सुनाया गया। जिसमें माता जी ने कहा कि हम लोगों को अपनी बोली, भाषा और संस्कृति को जीवित रखना है। हम चाहे कहीं भी रहें लेकिन अपने देश, अपने प्रदेश और अपने गांव के लिए प्रत्येक मनुष्य के अन्दर पीड़ा होनी चाहिये। इसके बाद संस्था की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले सात लोगों को सम्मानित भी किया गया।मुख्य अतिथि पदमेन्द्र बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड छोड़कर रोजगार की तलाश में आये लोगों को अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिये और प्रदेश की खुशहाली के लिए किसी न किसी रूप में अपनी भागीदारी अवश्य देनी चाहिये। इस मौके पर भारतीय दूतावास के उप कान्सलेट संजीव गुप्ता ने माता मंगला और भोले महाराज द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यों की जमकर सराहना की गई। कार्यक्रम में लोकगायिका खुशी जोशी, गोविन्द डिगारी, प्रमिला चमोली, गरिमा सुन्द्रियाल, अनिल गैरोला आदि ने अपनी प्रस्तुतियां देकर झूमने पर मजबूर कर दिया। छाये रहे चांद मौला बख्शदुबई में लम्बे समय से अपनी सेवाएं दे रहे कोटद्वार निवासी चांद मौला बख्श कार्यक्रम के दौरान छाये रहे। दुबई में रहते हुए चांद उत्तराखंड के लगभग 12सौ लोगों का रोजगार दे चुके हैं और आसपास के देशों में फंसे कई युवाओं को सकुशल भारत भी पहुंचा चुके हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें