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वन विभाग के लोडर वाहन ने उड़ाई नियमों की धज्जियां

कोटद्वार में सरकारी वाहनों द्वारा ट्रैफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं लेकिन जिम्मेदार तंत्र सिर्फ निजी वाहन चालकों पर कार्रवाई करने तक ही सीमित रह गया है। शुक्रवार को वन विभाग की सामान...

वन विभाग के लोडर वाहन ने उड़ाई नियमों की धज्जियां
हिन्दुस्तान टीम,कोटद्वारFri, 04 Oct 2019 02:22 PM
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कोटद्वार में सरकारी वाहनों द्वारा ट्रेफिक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं लेकिन जिम्मेदार तंत्र सिर्फ निजी वाहन चालकों पर कार्रवाई करने तक ही सीमित रह गया है। शुक्रवार को वन विभाग की सामान ढोने वाली गाड़ी स्कूली बच्चों को पीछे लादकर नेशनल हाईवे पर फर्राटा भरती नजर आई लेकिन परिवहन विभाग और पुलिस की नजर उस पर नहीं पड़ी। लापरवाह सिस्टम ने बीती 6 अगस्त को टिहरी जिले के प्रतापनगर-कंगसाली-मदननेगी मोटर मार्ग पर हुए हादसे को भी इतनी जल्दी भुला दिया। जबकि सरकार की ओर से इस दुर्घटना के बाद अलग से गाइडलाइन जारी की गई थी।टिहरी हादसे के बाद सरकारी सिस्टम ने जैसे-तैसे नींद से जागते हुए कुछ दिनों तक हरकत तो की लेकिन उसके बाद फिर हालत जस की तस हो गई। दरअसल, शुक्रवार को लैंसडौन वन प्रभाग की कोटद्वार रेंज के अन्तर्गत एक निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसके लिए विभाग की ओर से बच्चों को प्रतियोगिता स्थल तक लाने के लिए वाहन का प्रबंध करना था। लेकिन महकमे के जिम्मेदार अधिकारियों ने लोडर गाड़ी को भेजकर अपने फर्ज की इतिश्री कर ली। चालक ने भी स्कूली छात्राओं को भेड़-बकरियों की तरह लाद दिया। यहां पर स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल उठते हैं कि अगर इस दौरान कोई हादसा हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता।रेंजर बीबी शर्मा का कहना है कि आर्य कन्या स्कूल के प्रबंधन द्वारा वाहन भेजने का अनुरोध किया गया था। विभाग के पास लोडर वाहन ही उपलब्ध था इसलिए उसमें ही छात्राओं को लाया गया।

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