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भागवत कथा मानव के लिए वरदान- राजयोगिनी दीपा दीदी

प्रजापिता ब्रहकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मिश्रा कॉलोनी नजीबाबाद रोड स्थित ईकाई की ओर से आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन राजयोगिनी दीपा दीदी ने कहा कि भागवत कथा श्रवण का सौभाग्य बैकुंठ लोक, स्वर्ग व...

भागवत कथा मानव के लिए वरदान- राजयोगिनी दीपा दीदी
हिन्दुस्तान टीम,कोटद्वारFri, 15 Dec 2017 02:48 PM
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प्रजापिता ब्रहकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मिश्रा कॉलोनी नजीबाबाद रोड स्थित ईकाई की ओर से आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन राजयोगिनी दीपा दीदी ने कहा कि भागवत कथा श्रवण का सौभाग्य बैकुंठ लोक, स्वर्ग व कैलाश में भी नहीं है। भागवत कथा मानव के लिए वरदान है और भवसागर व दुःखों से मुक्ति का मार्ग है। इसके लिए भागवत कथा के आनंद को कभी भी छोड़ना नहीं चाहिए। भागवत कथा में उन्होंने कहा भगवान से संबंध बन जाने पर संसार के सारे संबंध सार्थक हो जाते हैं। मनुष्य जब अच्छे कर्मों के लिए आगे बढ़ता है तो सम्पूर्ण सृष्टि की शक्ति समाहित होकर मनुष्य के पीछे लग जाती है और हमारे सारे कार्य सफल होते हैं। ठीक उसी तरह बुरे कर्मों की राह में सम्पूर्ण बुरी शक्तियं हमारे साथ हो जाती है। इस दौरान मनुष्य को निर्णय करना होता कि उसे किस राह पर चलना है। छलछिद्र जब जीवन में आ जाए तो भगवान भी उसे ग्रहण नहीं करते हैं क्योंकि निर्मल मन ही प्रभु को स्वीकार्य है।ब्रह्मकुमारी ज्योति ने कहा कि श्रीमद्भागवत अत्यंत गोपनीय रहस्यात्मक पुराण है। यह भगवत्स्वरूप का अनुभव कराने वाला और समस्त वेदों का सार है। संसार में फंसे हुए जो लोग इस घोर अज्ञान और अन्धकार से पार जाना चाहते हैं उनके लिए आध्यात्मिक तत्वों को प्रकाशित कराने वाला यह एक अद्वितीय दीपक है। इस मौके पर नीलेश भाई, बीके रेनू, उमेश भाई, रमेश चौहान, हरीश भाई, ज्योती दीदी, उर्मिला, उमा माता, अनीता, कलावती, सरोजनी आदि उपस्थित रहे।

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