जसपुर की पूर्व पालिका अध्यक्ष फरीदा का आत्मसमर्पण
जसपुर के पूर्व पालिकाध्यक्ष मुख्तार अहमद की हत्या में दोषी पूर्व महिला चेयरमैन फरीदा बेगम ने मंगलवार को काशीपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। यहां से फरीदा को हल्द्वानी जेल भेज दिया गया। बता दें बीते...
जसपुर के पूर्व पालिकाध्यक्ष मुख्तार अहमद की हत्या में दोषी करार पूर्व पालिका अध्यक्ष फरीदा बेगम ने मंगलवार को काशीपुर अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। यहां से फरीदा को हल्द्वानी जेल भेज दिया गया। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद फरीदा बेगम की आजीवन कारावास की सजा बरकरार रखने का फैसला सुनाया था। कोर्ट के आदेश पर ही फरीदा बेगम ने आत्मसमर्पण करने पहुंची थीं।एक जुलाई 1999 को जसपुर में पूर्व पालिकाध्यक्ष मुख्तार अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में फरीदा के अलावा अशरफ, रईस अहमद उर्फ सतना, नसीम, इदरीश उर्फ चेयरमैन, असलम के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था। इनमें एक आरोपी असलम की पहले ही हत्या हो चुकी है।23 जुलाई 2004 को अपर सत्र न्यायाधीश काशीपुर ने बाकी आरोपियों को धारा 302 और धारा 149 में दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट नैनीताल में अपील की गई थी, जहां 22 अगस्त 2012 को हाईकोर्ट ने निचली न्यायालय के आदेश को कायम रखा। हाईकोर्ट के आदेश के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की गई। चार दिसंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने फरीदा बेगम और अशरफ को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा बरकरार रखी। बाकी आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था। इधर, मंगलवार को बेटी शहाना और दामाद के साथ फरीदा बेगम अदालत पहुंची। जहां फरीदा ने अपने अधिवक्ता शैलेंद्र मिश्रा के जरिए प्रभारी अपर सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। फरीदा ने अदालत से गुहार लगाई कि वह बहुत बीमार है, उसका समुचित इलाज कराया जाए। न्यायालय ने फरीदा को सजा भुगतने के लिए हल्द्वानी जेल भेज दिया। मुझे साजिशन फंसाया गया: फरीदाकाशीपुर। आत्मसमर्पण करने पहुंची पूर्व पालिकाध्यक्ष फरीदा बेगम ने कहा कि उसे साजिश के तहत फंसाया गया है। कहा कि वह चुनाव जीत चुकी थी। मुख्त्यार से उसकी रंजिश नहीं थी। एक सभासद उससे उल्टे-सीधे काम कराना चाहता था। उसी की साजिश का वह शिकार हुई है। पुनर्विचार याचिका की तैयारीकाशीपुर। न्यायालय में सरेंडर करने से पहले पूर्व पालिकाध्यक्ष फरीदा बेगम ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। इसलिए वह न्यायालय के आदेश के बाद सरेंडर करने पहुंच गई हैं। उसने कहा कि वह पुनर्विचार याचिका दायर करेंगी।