काशीपुर में प्रॉपर्टी डीलर के घर से करोड़ों की नशीली दवाएं पकड़ी
पुलिस और एसओजी की टीम ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में प्रॉपर्टी डीलर के घर छापा मारकर करोड़ों रुपये की प्रतिबंधित नशीली दवाएं पकड़ी हैं। प्रॉपर्टी डीलर के परिजनों के अनुसार उन्होंने यह कमरा एक दवा...
पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम ने एक प्रॉपर्टी डीलर के घर पर छापा मारकर नशीली दवाओं की बड़ी खेप पकड़ी है। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में की गयी छापामार कार्रवाई में शुरुआती तौर पर दो करोड़ से अधिक कीमत की दवाएं मिलने की सूचना है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर देर रात तक इसकी जानकारी नहीं दी गयी थी। पुलिस ने मकान मालिक प्रॉपर्टी डीलर और घर में किराये पर दवाओं का गोदाम बनाने वाले दवा कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपी फरार बताये जा रहे हैं। पुलिस टीमें उनकी तलाश में जुटी हैं।
जानकारी के अनुसार सोमवार को मुखबिर से सूचना मिली कि मानपुर रोड स्थित एक मकान में नशीली दवाओं का भंडारण किया गया है। सूचना पर कोतवाल चंद्रमोहन सिंह के नेतृत्व में पुलिस-एसओजी की संयुक्त टीम ने तहसीलदार वीसी पंत और सरकारी अस्पताल के डॉ. अमरजीत साहनी को साथ लेकर मानपुर रोड निवासी प्रॉपर्टी डीलर गोपाल बिष्ट के घर पर छापा मारा। टीम ने घर के भूतल में बने कमरों में कई पेटियों में बंद कर रखे गये प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन, कैप्सूल और टैबलेट बरामद कीं। सूत्रों के अनुसार इन दवाओं की कीमत दो करोड़ से अधिक है।पुलिस ने घर की पहली मंजिल पर रह रहे बिष्ट के परिजनों से पूछताछ की तो पता चला कि गोपाल ने ये कमरे एक दवा कारोबारी हरिओम अग्रवाल को किराये पर दिये हुये हैं। बताया कि अग्रवाल दवाओं का थोक कारोबारी है और उसने गोपाल के घर के कमरों को गोदाम के तौर पर इस्तेमाल करते हुये यहां दवा की पेटियां रखी थीं। सूचना पर एएसपी राजेश भट्ट, सीओ मनोज ठाकुर भी मौके पर पहुंच गये। शुरुआती जांच में दवाओं का कोई लेखा-जोखा नहीं मिला। पुलिस-एसओजी ने दवा की सारी पेटियां जब्त कर लीं। कोतवाल चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि गोपाल बिष्ट और हरिओम अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों की तलाश की जा रही है।
घर से बरामद की गयीं दवाएं नशे के लिये इस्तेमाल की जाती हैं और ये प्रतिबंधित हैं। प्रतिबंध होने के कारण अधिकतर चिकित्सक ये दवाएं नहीं लिखते हैं।
-डॉ. अमरजीत साहनी, चिकित्सक
मुखबिर की सूचना पर छापा मारने के बाद करोड़ों की नशीली दवाओं का स्टॉक पाया गया। आरोपी अभी फरार हैं। पकड़ने के लिए पुलिस टीम को भेजा गया है।
-राजेश भट्ट, एएसपी, काशीपुर