जसपुर में बसपा की मुमताज बनीं चेयरमैन
निकाय चुनाव की मतगणना में बसपा के सिर जसपुर का ताज सज गया है। बसपा की मुमताज बेगम ने भाजपा की दमयंती देवी को करारी शिकस्त दी है। मुमताज ने दमयंती को 2225 वोटों से...
निकाय चुनाव की मतगणना में बसपा के सिर जसपुर का ताज सज गया है। बसपा की मुमताज बेगम ने भाजपा की दमयंती देवी को करारी शिकस्त दी है।मुमताज ने दमयंती को 2225 वोटों से हराया। जीत के बाद मुमताज बेगम के समर्थकों ने रात में ही ढोल नगाड़े बजाकर स्वागत किया। साथ ही उन्हें बधाई दी ।बुधवार को काशीपुर फल मंडी स्थित मतगणना स्थल में सुबह से ही चुनावी माहौल गरमाया हुआ था। दो चक्रों में मतगणना की गई। पहले चक्र में मुमताज बेगम ने निर्दलीय अशोक खन्ना से 1270 वोटों से बढ़त बना ली थी। फाइनल राउंड में मुमताज को 6944, भाजपा की दमयंती देवी को 4719 कांग्रेस के नौशाद को 4392 वोट मिले। मुमताज बेगम ने अपनी प्रतिद्वंदी दमयंती देवी को 2225 मतों से हराकर चेयरमैन का ताज पहन लिया।
मुमताज के जीतते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई उन्होंने आतिशबाजी कर ढोल नगाड़े बजाए। रात 9 के बजे के बाद निर्वाचन अधिकारी दयानंद सरस्वती ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दिया। मौके पर सहायक निर्वाचन अधिकारी जोगा सिंह, हाजी जाहिद ,हाजी आबिद ,जाकिर हुसैन, इरशाद हुसैन शहजाद, रोशन आदि मौजूद रहेइनसेट- समधन ने समधी को हराया जसपुर। तीन बार के चेयरमैन रहे मोहम्मद उमर को उनकी समधन ने हरा दिया। समधन पहली बार चुनाव मैदान में थी। उनके जीतते ही उनके प्रतिद्वंदी को चेहरे फीके पड़ गए।बता दें बसपा की मुमताज बेगम, पूर्व पालिकाध्यक्ष मोहम्मद उमर की समधन है। मोहम्मद उमर के भाई उस्मान की बेटी, मुमताज जहां के बड़े बेटे हाजी जाहिद के साथ हैं ।बताते हैं कि पिछले चुनाव में पूर्व पालिकाध्यक्ष ने हाजी जाहिद को चुनाव लड़ाने का वादा किया था। लेकिन, वह अपने वादे पर खरे नहीं उतरे। इसके चलते हाजी जाहिद ने अपनी मां मुमताज बेगम को चुनाव में उतारा था। तथा मेहनत कर चुनाव जिता दिया।