ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड हरिद्वारकंपनी से निकाले गए श्रमिकों ने रैली निकाली

कंपनी से निकाले गए श्रमिकों ने रैली निकाली

सिडकुल की एक कंपनी से निकाले गए श्रमिकों ने शिवालिक नगर स्थित चिन्मय डिग्री कॉलेज से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल रैली...

कंपनी से निकाले गए श्रमिकों ने रैली निकाली
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारMon, 15 Jul 2019 04:09 PM
ऐप पर पढ़ें

सिडकुल की एक कंपनी से निकाले गए श्रमिकों ने शिवालिक नगर स्थित चिन्मय डिग्री कॉलेज से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल रैली निकाली। रैली के बाद जिलाधिकारी कार्यालय को सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन प्रेषित कर निष्कासित श्रमिकों को नियमानुसार वापस लेने की मांग की गई है। श्रमिकों का कहना है कि जिस कंपनी में वह कार्यरत थे, उसमें समझौते का प्रावधान है। कंपनी चाहे तो उनको काम पर वापस रख सकती है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से 2015 के बीच अग्रिम समझौते के लिए सभी श्रमिकों ने जुलाई 2015 में 18 सूत्रीय ज्ञापन सहायक श्रमायुक्त को दिया था। लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। श्रमिकों ने आरोप लगाया कि कई बार साधन अधिकारी के समक्ष वार्ताएं हुईं, लेकिन कोई भी वार्ता सफल नहीं हो पाई। उसके बाद उत्तराखंड राज्य सरकार ने औद्योगिक न्यायाधिकरण हल्द्वानी को उनका मामला स्थानांतरित कर दिया। जो आज भी विचाराधीन है। आरोप लगाया कि कंपनी प्रबंधक और कुछ श्रमिकों ने मार्च 2017 को 300 से अधिक श्रमिकों को बताए बगैर एक मजदूर विरोधी समझौता कर दिया। समझौते की जानकारी मिलने पर श्रमिकों ने सहायक श्रमायुक्त को उसी समय आपत्ति दर्ज कराई थी। लेकिन सहायक श्रम आयुक्त अवकाश पर चले गए। उनकी अनुपस्थिति में 300 श्रमिकों को सुने बगैर ही समझौता पंजीकृत कर लिया था। श्रमिकों का आरोप है कि पंजीकृत समझौता के लिए बहुमत नहीं था। अधिकारियों ने श्रमिकों की आपत्तियों को नजरअंदाज करते हुए समझौता पंजीकृत कर लिया। जो पूर्ण रूप से असंवैधानिक था। रैली में महिपाल सिंह, ओम प्रकाश सूरज सिंह, अनिल कुमार, बलवंत सिंह, संजीव कुमार, राजेंद्र कुमार, राहुल कुमार, नित्यानंद आदि सैकड़ों श्रमिक शामिल थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें