पथरी क्षेत्र में गन्ने की फसल को लगा रोग
पथरी क्षेत्र में गन्ने की फसल ऊपरी भाग से सूख रही है। सूखते गन्ने की फसल को देख किसान चिंतित हैं। किसान फसलों को बचाने के लिये अलग-अलग उपाय करने में लगे हैं। कुछ किसान फसलों को इस खतरनाक रोग से बचाने...
पथरी क्षेत्र में गन्ने की फसल ऊपरी भाग से सूख रही है। सूखते गन्ने की फसल को देख किसान चिंतित हैं। किसान फसलों को बचाने के लिये अलग-अलग उपाय करने में लगे हैं। कुछ किसान फसलों को इस खतरनाक रोग से बचाने के लिये कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेने के बाद दवाइयों का छिड़काव कर रहे हैं।
पथरी क्षेत्र के गांव रानीमाजरा, बिशनपुर, कुंडी, शाहपुर, बादशाहपुर, धनपुरा, फेरुपुर, अजीतपुर, ज्यापोता, अम्बुवाला, पुरषोत्तम नगर, झाबरी, घिससुपुरा, पदार्था सहित अन्य गांव के अधिकांश किसानों ने गन्ने की फसल की बुआई की हुई है। किसान समीर आलम, राजेंद्र सिंह, जोगिंदर कुमार, रामु, सुशील चौहान, श्याम शुन्दर, गोपीचंद, समून, दीपक कुमार, जितेंद्र, पवन सैनी, गालिब, रहमान ने बताया गन्ने की फसल में कीट रोग लग गया है। कीट को इसकी नुकीली चोंच के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। इस रोग से ग्रसित फसल की पत्तियां पीली पड़ने लगी है। गन्ने पर लगे इस रोग से किसान चिंतित है।कृषि विशेषज्ञ राजा राम सिंह ने बताया इस छेदक का प्रकोप तो सालभर रहता है। इल्ली गन्ने की ऊपरी भाग की पोई को लपेट कर अंदर घुस जाती है और उपरी भाग से प्रवेश करती हुई नीचे की ओर सुरंग बनाकर खाती है। यही इस कीट के प्रकोप की मुख्य पहचान हैं। इसकी कई दवाइयां है। जिससे समय से दवाइयों का छिड़काव कर इस रोग को खत्म किया जा सकता है।