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हरिद्वार में आयुर्वेदिक कॉलेज के शोधार्थियों ने ऋषिकुल अस्पताल पर जड़ा ताला

10 महीने से स्कॉलरशिप न मिलने से नाराज ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज व गुरुकुल परिसर के शोधार्थियों ने मंगलवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। दो घंटे बाद आयुर्वेदिक...

हरिद्वार में आयुर्वेदिक कॉलेज के शोधार्थियों ने ऋषिकुल अस्पताल पर जड़ा ताला
हिन्दुस्तान टीम,हरिद्वारWed, 27 Sep 2017 12:21 PM
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10 महीने से स्कॉलरशिप न मिलने से नाराज ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज व गुरुकुल परिसर के शोधार्थियों ने मंगलवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। दो घंटे बाद आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के पहुंचने पर शोधार्थियों ने गेट खोला। विश्वविद्यालय प्रबंधन और शोधार्थियों के मध्य वार्ता हुई है। लेकिन शोधार्थी स्कॉलरशिप के भुगतान की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने कहा कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा और जल्द ही भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।

उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि के हरिद्वार स्थित ऋषिकुल और गुरुकुल परिसर में शोधार्थियों ने 2016-17 में प्रवेश लिया था। सभी पीजी स्कॉलर्स के लिए प्रतिमाह 43 हजार की स्कॉलरशिप तय की गई थी। लेकिन ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक परिसर के 17 शोधार्थियों को 10 माह से स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है। सोमवार को सभी शोधार्थी हड़ताल पर चले गए थे। मंगलवार सुबह शोधार्थियों ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय के गेट पर ताला जड़ दिया। जिसके बाद चिकित्सालय आने वाले मरीज और उनके परिजन घंटो परेशान रहे। सूचना मिलते ही परिसर निदेशक सुनील जोशी भी मौके पर पहुंचे। 

शोधार्थियों को मनाने की परिसर निदेशक की तमाम कोशिशें बेकार रहीं। शोधार्थी वाइस चांसलर अरुण त्रिपाठी को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े रहे। करीब दो घंटे बाद अरुण त्रिपाठी के पहुंचने के बाद ही शोधार्थियों ने चिकित्सालय का गेट खोला। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने स्कॉलरशिप के जल्द भुगतान का आश्वासन दिया, लेकिन शोधार्थी आंदोलन खत्म करने को राजी नहीं हुए। इस दौरान डॉ. विशाल गांधी, डॉ. इन्द्रजीत कौर, डॉ. केतन मंगवाल, डॉ. स्वीटी राणा, डॉ. ज्योत्सना अवस्थी, डॉ. वैष्णो गुप्ता, डॉ. निधी सोनी, डॉ. निशांत अफजल, डॉ. मुकेश रानी,  डॉ. भानु, डॉ. प्रशांत रौनक, डॉ. रितु गोढवाल आदि मौजूद रहे।

प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं ने पुलिस की भी नहीं सुनी

अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। मायापुर चौकी प्रभारी रमेश सैनी और एसएसआई केदार सिंह चौहान ने पीजी स्कॉलर्स को मनाने की कोशिश की। एसएसआई केदार सिंह चौहान ने गेट न खुलने पर मुकदमा दर्ज करने की भी चेतावनी दी, लेकिन शोधार्थी नहीं माने।

छह अक्तूबर से भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी 

हरिद्वार। स्कॉलरशिप के लिए हड़ताल पर बैठे शोधार्थियों ने कहा है कि मंगलवार को प्रबंधतंत्र से वार्ता हुई है। लेकिन पांच अक्तूबर तक यदि कोई सकारात्मक कदम विश्वविद्यालय के तरफ से नहीं उठाया गया तो वे छह अक्तूबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर देंगे।

दो घंटे बाद पहुंचे वाइस चांसलर 

शोधार्थियों ने मंगलवार को सुबह साढ़े सात बजे अस्पताल के गेट पर ताला जड़ दिया था। वे लगातार आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को मौके पर बुलाने की मांग करते रहे। इस दौरान वाइस चांसलर चिकित्सालय परिसर में ही मौजूद थे। परिसर निदेशक व अन्य अधिकारियों ने उन्हें कई बार फोन पर सूचना दी, लेकिन वे करीब दो घंटे बाद 9 बजकर 49 मिनट पर मौके पर पहुंचे। इस दौरान मरीज और अस्पताल के कर्मचारी गेट के बाहर ही खड़े रहे। 

पीजी स्कॉलर्स के विषय में मैं अकेले निर्णय नहीं ले सकता। विश्वविद्यालय प्रशासन तक पूरा मसला पहुंच दिया गया है। पुलिस की मौजूदगी में शोधार्थियों के साथ वार्ता हो चुकी है। जल्द ही मसले पर कोई सकारात्मक निर्णय आने की उम्मीद है। 
-अरुण त्रिपाठी, वीसी उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय 

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